खेजड़ला
खेजड़ला[1] गांव राजस्थान राज्य के जोधपुर संभाग की बिलाड़ा तहसील में स्थित है । यह जोधपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर एक विकसित गांव है | इस गांव में प्राचीन मंदिर एवम् किले हैं। यहां पर भेसाद माता का एक बहुत ही पुराना मंदिर हैं जिसकी स्थापना राजा हर्ष ने की थी इसके अलावा यह पर एक किला हैं जिसको वर्तमान में फोर्ट खेजड़ला के नाम से जाना जाता है। इस किले को वर्तमान में हेरिटेज होटल के रूप में बदल दिया गया है। इस गांव की जनसंख्या लगभग 7500 से ज्यादा हैं और घरों की संख्या 1500 के आसपास है।खेजरला का पटा जोधपुर महाराजा ने ठाकुर गोपाल दास जी ऊर्जनोत भाटी क़ो पिचियाक युद्ध के बाद दिया था जो बाद में जालोर की लड़ाई में काम आ गये ठाकुर आइदान सिंह भाटी ने 1669 में क़िले का निर्माण क्रय शुरू करवाया जो हिमत सिंह के समय सन 1705 में बन कर पूर्ण हुआ आजादी के समय यहाँ के ठाकुर भेरो सिंह थे जो 1952 से1962 तक बिलाड़ा के विधायक रहे
खेजड़ला | |
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खेजड़ला गांव | |
निर्देशांक: 26°10′45″N 73°42′20″E / 26.1792°N 73.7056°Eनिर्देशांक: 26°10′45″N 73°42′20″E / 26.1792°N 73.7056°E | |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | जोधपुर ज़िला |
तहसील | बिलाड़ा तहसील |
शासन | |
• प्रणाली | ग्राम पंचायत |
पिन कोड | 342601 |
वाहन पंजीकरण | RJ 19 |
दार्शनिक स्थल
संपादित करें1. Fort Khejarla
यह किला khejarla गांव में ही है। यह तेजस्वी लाल बलुआ पत्थर स्मारक राजपूतों की वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है। बीहड़ बाहरी कला और वास्तुकला का एक शानदार मिश्रण के साथ एक आंतरिक स्वर्ग का विरोधाभास एक शानदार आभा के साथ छोड़ रहा है! किले की मंत्रमुग्ध भव्यता सुरम्य सेटिंग्स, लैटिसवर्क फ्रेज़ेज़, और जटिल झरोका प्रदान करती है जो एक बार में आपको वापस जाने के लिए वीरता और शिष्टता के लंबे समय की महिमा का अनुभव करती है।
ऐतिहासिक संरचना रेगिस्तानी परिवेश के सुनहरे रंग के साथ सम्मिलित है और इसके सबसे जीवंत रंगों में सुरम्य वातावरण इसे एक परीकथा का रूप देता है। एक शांत और शांत वातावरण में स्थित, खेज़रला किला एक गहरा इतिहास रखता है और मेहमानों को एक विशिष्ट शाही अनुभव के सभी करिश्मे और भव्यता प्रदान करता है ।
2. भेसाद माता का मंदिर[2] भेसाद माता मंंदिर इतिहास
भेसाद माता मंदिर की स्थापना गांव खेजडला में रावत जालणसी गहलोत ( सैनिक क्षत्रिय ) ने की थी जिनके पिता का नाम रावत जेसिंघदे था । रावत जालणसी गहलोत चितौड़गढ़ छोड़ गांव पीपाड़ में आके बस गए और इनकी कुलदेवी भेसाद माता की पूजा करी और गांव खेजड़ला में मां की स्थापना करी । रावत जालणसी गहलोत के वंशज आज भी भेसाद माता और काला और गोरा भैरूजी की पूजा अर्चना आधी करते हैं। नवरात्रि ओर दीपावली के समय यहां भक्तो का सेलाब उमड़ता है ओर इस के कारण यहां पर बड़ा मेला लगता हैं। भागरहाउस
3. भागर हाउस
भागर हाउस पदम सिंह भाटी द्वारा 5000 रुपय मे तत्कालीन ठाकुर साहब भेरू सिंह भाटी से ली गई थी। यह जगह 8 बिगा मे फैली हुई है। इसे रावली भागर कहा जाता है। यहाँ भाटी परिवार रहता है। यह उर्ज्नोत् भाटी परिवार का निजी निवास् स्थान है।
गैलरी
संपादित करेंबैंक एवम विद्यालय
संपादित करें1. राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक
2. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेजड़ला
3. टैगोर स्कूल
4. सुमेर स्कूल
5. डीपीएस स्कूल
नजदीकी गांव :
संपादित करें- हरियाढाणा
- रणसी गांव
- राणीवाल
- भावी
- लवारी
- गरनिया
- जैतारण
- सम्बाड़िया
- चिरढ़ाणी
- तिलवासनी
- घाणामंगरा
- बिरावास
- खारिया आनावास
- जैतारण
- घोड़ावट
- लोटोती
- कालऊना
- उदालियावास
- झाक
- ↑ Guides, Rough (2010-10-01). RGT to Rajasthan, Delhi & Agra (अंग्रेज़ी में). Rough Guides UK. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4053-8682-1.
- ↑ "राजा हर्ष ने बनवाया था खेजड़ला भैंसाद माता मंदिर". Dainik Bhaskar. 2015-10-18. अभिगमन तिथि 2021-02-01.