गतका
पारंपरिक भारतीय युद्ध कौशल की कला
गतका एक सिक्खों की पारंपरिक युद्धक कला है।[1] वर्तमान में भी सिक्खों के धार्मिक उत्सवों में इस कला का शस्त्र संचालन प्रदर्शन किया जाता है। पंजाब सरकार (भारत ) ने इस भारतीय मार्शल आर्ट 'गतका' को खेल की मान्यता प्रदान कर दी है।[2] [3]अंतर्राष्ट्रीय गतका फेडरेशन की स्थापना १९८२ में हुई थी[1] और १९८७ में औपचारिक रूप से इसे स्थापित किया गया था, गतका अब एक खेल या तलवारबाजी प्रदर्शन कला के रूप में लोकप्रिय है और अक्सर सिख त्योहारों के दौरान दिखाया जाता है।
गतका प्रदर्शन, बेडफोर्ड इंगलैण्ड (2007) | |
फोकस | शस्त्र |
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मूल देश |
भारत पाकिस्तान |
प्रसिद्ध अभ्यासकर्ता |
गुरु हरगोबिंद अकबर गुरु गोबिंद सिंह भाई दया सिंह साहिबज़ादा अजीत सिंह साहिबज़ादा जुझार सिंह कपूर सिंह माई भागो बाबा दीप सिंह फुला सिंह |
ओलम्पिक खेल | No |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Miller, F.P.; Vandome, A.F.; McBrewster, J. (२०१०). Gatka (अंग्रेजी भाषा में). Alphascript Publishing. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-613-0-27877-9. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०२०.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "This martial arts form introduced by Sikhs is now a nationally recognised sport". The Bridge (अंग्रेजी भाषा में). ८ अक्टूबर २०१९. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०२०.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "पंजाब ने मार्शल आर्ट 'गतका' को दी खेल की मान्यता". aajtak.intoday.in (हिन्दी भाषा में). १० मार्च २०१५. मूल से 17 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १९ अप्रैल २०२०.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)