निषेचन
यौन प्रजनन की प्रक्रिया के दौरान एक युग्मक बनाने के लिए विपरीत लिंगों के जुर्माने का संघ
(गर्भाधान से अनुप्रेषित)
इस लेख में सत्यापन हेतु अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री को चुनौती दी जा सकती है और हटाया भी जा सकता है। (दिसम्बर 2019) स्रोत खोजें: "निषेचन" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
इस लेख को हिन्दी में अनूदित करने की आवश्यकता है। यह लेख हिन्दी के अतिरिक्त अन्य भाषा में लिखा है। यदि यह लेख उस भाषा के समुदाय के लिए बनाया गया है, इसका योगदान उस भाषा के विकिपीडिया में किया जाना चाहिए। विकिपीडियाओं की सूची देखें। |
जन्तुओं मे मादा के अंडाणु और नर के शुक्राणु मिलकर एकाकार हो जाते हैं और नये 'जीव' का सृजन करते हैं; इसे या निषेचन (Fertilisation) कहते हैं। निषेचन की क्रियाएं निम्न है -
{1} अंडाणु को परिपक्व होने के लिए उत्तेजित किये जाते है;
{2} युग्मनज में गुणसूत्रों की द्विगुणीत संख्या (2न) को पुनः संचित करना. {3} माता पिता के गुणों का सम्मिश्रण करना
{4} धुर्व कोशिकाओं के निर्माण से अंडाणु के कोशिकाद्रव्य को पूरा करना
{5} अंडे की परिधि में पुनः परिवर्तन कर अन्य शुक्राणुओं को निषेचित अंडाणु में प्रवेश करने से रोकना
इन्हें भी देखें
संपादित करें- लैंगिक जनन
- कृत्रिम वीर्यसेचन
- पात्रे निषेचन (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन)
- गर्भावस्था
- अर्धसूत्रण
- वाई गुण सूत्र
- अंडाणु
- शुक्राणु
- इन विट्रो गर्भाधान
- भ्रूण