गोपेंद्रराज
इस लेख में सत्यापन हेतु अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री को चुनौती दी जा सकती है और हटाया भी जा सकता है। (जून 2021) स्रोत खोजें: "गोपेंद्रराज" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
गोपेंद्रराज (शासन 771-784 सीई) एक भारतीय राजा थे जो चाहमान राजवंश से संबंधित थे, जो उत्तर-पश्चिमी भारत में वर्तमान राजस्थान के कुछ हिस्सों पर शासन करते थे। उन्हें गोपेन्द्रका के नाम से भी जाने जाते थे।[1]
गोपेंद्रराज | |
---|---|
चाहमान राजा | |
शासनावधि | सी॰ 771-784 सीई |
पूर्ववर्ती | चंद्रराज प्रथम |
उत्तरवर्ती | दुर्लभराज प्रथम |
राजवंश | चाहमान वंश |
गोपेंद्र ने अपने भाई चंद्रराज प्रथम के बाद राजा बने थे। पृथ्वीराज विजया के अनुसार, उनके पिता विग्रहराज प्रथम थे।[2] बाद में हम्मीर महाकव्य में कहा गया है कि उनके पिता विग्रहराज के पूर्वज नरदेव थे।[3]
प्रबन्ध-कोष में कहा गया है कि गोपेंद्रराज ने एक युद्ध में एक सुल्तान बेग वरीसा को हराया था।[4] इतिहासकार आरबी सिंह का कहना है कि बेग वरीसा अरब जनरल मुहम्मद बिन कासिम का अधीनस्थ रहा हो सकता है।[5]
गोपेंद्रराज के उत्तराधिकार उनके भतीजे दुर्लभराज प्रथम ने गद्दी संभाली थी, जो चंद्रराज प्रथम के बेटे थे।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Dasharatha Sharma 1959, पृ॰ 28.
- ↑ अ आ R. B. Singh 1964, पृ॰ 55.
- ↑ Anita Sudan 1989, पृ॰ 23.
- ↑ R. B. Singh 1964, पृ॰ 88.
- ↑ R. B. Singh 1964, पृ॰ 89.
ग्रंथसूची
संपादित करें- Anita Sudan (1989). A study of the Cahamana inscriptions of Rajasthan. Research.
- Dasharatha Sharma (1959). Early Chauhān Dynasties. S. Chand / Motilal Banarsidass. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780842606189.
- R. B. Singh (1964). History of the Chāhamānas. N. Kishore. OCLC 11038728.
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |