गौचर विमानक्षेत्र
गौचर विमानक्षेत्र उत्तराखण्ड राज्य के चमोली गढ़वाल जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नं° 58 के निकट स्थित है। यह हवाई अड्डा भारतीय सेना के अन्तर्गत तथा भारतीय सेना के हैलीकॉप्टरों के लिये उपयोग किया जाता है। सन् 1998-2000 के दौरान इसका आधुनिकीकरण किया गया है तथा चार धाम यात्राओं के उपयोग में लाया जाता है।
गौचर विमानक्षेत्र | |||||||||||
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विवरण | |||||||||||
हवाईअड्डा प्रकार | सार्वजनिक | ||||||||||
संचालक | भारतीय सेना व उत्तराखण्ड सरकार | ||||||||||
सेवाएँ (नगर) | गढ़वाल कुमांऊॅं | ||||||||||
स्थिति | चमोली गढ़वाल उत्तराखण्ड | ||||||||||
निर्देशांक | 29°35′32.85″N 80°14′30.39″E / 29.5924583°N 80.2417750°Eनिर्देशांक: 29°35′32.85″N 80°14′30.39″E / 29.5924583°N 80.2417750°E | ||||||||||
मानचित्र | |||||||||||
उड़ानपट्टियाँ | |||||||||||
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वायु सेवायें
संपादित करेंगौचर विमानक्षेत्र यानि प्रस्तुत हवाई अड्डे का उपयोग मुख्यत: भारतीय सेनाओं तथा भारत सरकार व प्रादेशिक सरकार के राजनयिकों के लिये किया जाता है। समय-समय पर चार धाम यात्रियों को भी इसका लाभ मिलते रहता है।
आधुनिकीकरण
संपादित करेंपिछले कुछ वर्षों पूर्व यानि 2013 की केदारनाथ त्रासदी के दौरान इस हवाई अड्डे की उपयोगिता की ओर भारत सरकार का ध्यान अधिक आकृष्ट हुआ है तथा आधुनिकीकरण में गति आई है।
आवागमन
संपादित करें- जॉलीग्राण्ट विमानक्षेत्र देहरादून से लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- पंतनगर विमानक्षेत्र से 285 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- नैनी सैनी विमानक्षेत्र पिथौरागढ़ से 295 किमी।
- गैरसैंण उत्तराखण्ड राज्य की प्रस्तावित स्थाई राजधानी से 55 किमी की दूरी पर।
- चौखुटिया (उत्तराखण्ड राज्य प्रस्तावित हवाई अड्डे) से 85 किमी की दूरी पर।
- हल्द्वानी महानगर व काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 220 किमी की दूरी पर।
- रामनगर रेलवे स्टेशन से 200 किमी की दूरी पर।
- इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र दिल्ली से 450 किमी की दूरी पर।