जटोली शिव मंदिर
जटोली शिव मंदिर भारत देश के हिमाचल प्रदेश राज्य के सोलन जिले में स्थित है, जिसकी स्थापना श्री श्री 1008 स्वामी कृष्णानंद परमहंस महाराज ने की थी। स्वामी कृष्णानंद परमहंस 1950 में जटोली आए थे। 1974 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया था। जटोली की हसीन वादियों में स्थित है यह भव्य शिव मंदिर। इसका निर्माण पिछले 35 वर्ष से चल रहा है। जटोली में मंदिर की स्थापना स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने 1973 की थी जो 1983 में ब्रह्मलीन हो गए। जटोली की हसीन वादियों में स्थित है यह भव्य शिव मंदिऱ।
जटोली शिव मंदिर | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | सोलन जिला, हिमाचल प्रदेश, भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 30°52′50.12″N 77°7′35.97″E / 30.8805889°N 77.1266583°Eनिर्देशांक: 30°52′50.12″N 77°7′35.97″E / 30.8805889°N 77.1266583°E |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | वास्तु शास्त्र एवं पंचरात्र शास्त्र |
निर्माता | स्वामी कृष्णानंद परमहंस द्वारा |
सबसे ऊंचा शिव मंदिर
संपादित करेंस्वामी कृष्णानंद के समाधि लेने के बाद मंदिर प्रबंधक कमेटी ने मंदिर का निर्माण जारी रखा। मंदिर में हाल ही में 11 फुट लंबा स्वर्ण कलश चढ़ाया गया है। इससे मंदिर की ऊंचाई करीब 122 फुट तक पहुंच गई। कमेटी का दावा है कि यह उत्तर भारत का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। जटोली स्थित शिव मंदिर में जल्द ही 17 लाख रुपए की लागत का स्फटिक शिवलिंग की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
मूर्तियां स्थापित होंगी
संपादित करेंयहां पर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और हनुमान की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। मंदिर की खास बात है कि इसका निर्माण भक्तों द्वारा किए गए दान से ही किया गया है। मंदिर निर्माण पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। शिव मंदिर के साथ प्राकृतिक शिव गुफा के दर्शन के लिए आज भी भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
सन्दर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
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