जाने तू ... या जाने ना

2008 की अब्बास टायरवाला की फ़िल्म

जाने तू ... या जाने ना 2008 में बनी हिन्दी भाषा की रूमानी कॉमेडी फिल्म है। इस फ़िल्म के डायरेक्टर अब्बास टायरवाला की यह पहली फ़िल्म थी। यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट हुई। यह आमिर खान प्रोडक्सन्स के तहत मंसूर खान और आमिर खान द्वारा निर्मित है।[1] यह सहायक अभिनेता प्रतीक बब्बर के साथ आमिर के भांजे और मुख्य अभिनेता इमरान खान की पहली फिल्म है।[2] साथ ही ये मुख्य अभिनेत्री जेनेलिया डिसूजा और सहायक अभिनेत्री मंजरी फडनिस की वापसी फ़िल्म है। ए. आर. रहमान द्वारा रचित फिल्म के साउंडट्रैक को रिलीज होने पर काफी आलोचनात्मक प्रशंसा मिली और यह व्यावसायिक रूप से भी सफल रहा।

जाने तू... या जाने ना

जाने तू... या जाने ना का पोस्टर
निर्देशक अब्बास टायरवाला
लेखक अब्बास टायरवाला
निर्माता आमिर खान
मंसूर खान
अभिनेता इमरान खान
जेनेलिया डिसूज़ा
मंजरी फडनिस
प्रतीक बब्बर
रत्ना पाठक
परेश रावल
नीरव मेहता
अलिश्का वर्दे
करण मखीजा
सुगंधा गर्ग
छायाकार मनोज लोबो
संपादक शान मोहम्मद
संगीतकार ए आर रहमान
निर्माण
कंपनी
आमिर खान प्रोडक्सन्स
वितरक पीवीआर पिक्चर्स
यूटीवी मोशन पिक्चर्स
प्रदर्शन तिथियाँ
4 जुलाई, 2008
लम्बाई
155 मिनट
देश भारत
भाषा हिन्दी
लागत 10 करोड़
कुल कारोबार 53.2 करोड़

जाने तू... या जाने ना 4 जुलाई 2008 को रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी व्यावसायिक सफलता साबित हुई। इसके निर्देशन, कहानी, पटकथा, साउंडट्रैक, सिनेमैटोग्राफी और कलाकारों के प्रदर्शन के लिए इसे व्यापक आलोचनात्मक प्रशंसा मिली। फिल्म का शीर्षक 1973 में आई फिल्म आ गले लग जा के गाने से लिया गया है। इस गाने को फिल्म में मुख्य अभिनेता ने कई बार गाया है।

कहानी की शुरुआत तब होती है जब चार दोस्त एक मेहमान के साथ हवाई अड्डे पर होते हैं। वह दोस्त हैं, जिग्नेश "जिग्गी" पटेल, रवींद्रन "रोतलू" साहू, संध्या "बॉम्ब्स" सहाय और शालीन वर्मा। वह लोग जिग्गी की गर्लफ्रेंड, एयर होस्टेस माला मिश्रा को अनोखी प्रेम कहानी बताने की पेशकश करते हैं। उस कहानी में, जय (इमरान ख़ान) और अदिति (जिनेलिया डिसूज़ा) कॉलेज में सबसे अच्छे दोस्त हैं। ऐसा लगता है कि वे पूरी तरह से एक-दूसरे के लिए बने हैं। इस बात को उन दोनों को छोड़कर सभी ने स्वीकार किया हुआ है। अदिति का अपने भाई अमित (प्रतीक बब्बर) के साथ अक्सर झगड़ालू रिश्ता रहता है। जय विनम्र और शांत स्वभाव का है। उन्हें विश्वास है कि वे एक दूसरे से प्यार नहीं करते। इसलिए कॉलेज खत्म करने के बाद वे एक-दूसरे के लिए एक आदर्श जीवन साथी की तलाश करते हैं। इसी क्रम में, जय को मेघना परियार (मंजरी फडनिस) से प्यार हो जाता है। जब मेघना और जय एक-दूसरे के करीब आते हैं, रोतलू, जिग्गी, संध्या और शालीन जय के लिए खुश होते हैं। लेकिन किसी को भी इस बात पर ध्यान नहीं जाता कि अदिति अपनी जिंदगी में जय की कमी महसूस कर रही है। मेघना जय को बताती है कि उसके माता-पिता झगड़ते हैं लेकिन एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते। जय मेघना के माता-पिता से मिलने जाता है और देखता है कि उसके पिता, महेश (रजत कपूर) एक शराबी हैं, जिनका अपनी पूर्व पत्नी शीला (किटू गिडवानी) के साथ बहुत मनमुटाव है।

खुद को अकेला महसूस करते हुए अदिति अपने पिता के दोस्त के बेटे सुशांत मोदी (अयाज़ खान) से सगाई कर लेती है। वह उसमें वह मर्दाना आदमी देखती है जिसे वह हमेशा से चाहती थी। हालाँकि, सुशांत एक बिगड़ैल लड़कीबाज़ है, जिसकी पूर्व प्रेमिका ऋचा ने उसे दो बार मुसीबत में डाला है। अमित, अदिति को यह दिखाने की कोशिश करता है कि सुशांत वास्तव में कौन है। लेकिन अदिति यह सोचकर अपना रिश्ता जारी रखती है कि जय अभी भी मेघना के साथ है। जिग्गी की जन्मदिन की पार्टी में, अदिति ने सुशांत का परिचय सभी से कराया। वहां पर जय और मेघना भी मौजूद थे। जय और अदिति, दोनों एक दूसरे के रिश्ते से परेशान हैं। एक रोमांटिक डांस के दौरान, सुशांत को पता चलता है कि अदिति रो रही है और वह उसे चूम लेता है। इससे जय और भी परेशान हो जाता है। मेघना उसे खुश करने की कोशिश करती है, लेकिन जय उस पर चिल्लाता है और अपने माता-पिता के बीच के झगड़े से अनभिज्ञ होने के लिए उसे डांटता है। वह टूट जाती है और उसे अपने माता-पिता के तलाक के बारे में बताती है। अगले दिन, जय मेघना से अलग हो जाता है। अदिति, सुशांत को बताती है कि वह जय से प्यार करती है। वह उसके चेहरे पर थप्पड़ मारता है, जिससे उसे चोट लग जाती है। वह सगाई तोड़कर अकेले पढ़ाई करने के लिए न्यूयॉर्क जाने का फैसला करती है। जबकि वास्तव में वह जय के पास लौटना चाहती है। जब वह जय से मिलती है, तो वह अदिति के चेहरे पर चोट का निशान देखता है। वह अपने सामान्य अहिंसक स्वभाव के विपरीत, सुशांत के घर जाता है और अदिति पर हाथ उठाने की हिम्मत करने के लिए उसकी पिटाई करता है।

इंस्पेक्टर पी. के. वाघमारे (परेश रावल) का जय की मां सावित्री सिंह राठौड़ (रत्ना पाठक) से मतभेद है। वह जय को सुशांत की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार कर लेता है और उसे सलाखों के पीछे डाल देता है। उस रात जेल में रहते हुए, वह उन दो लोगों से मिलता है जो क्लब में मेघना को परेशान करते हुए पाए गए थे। वह उन्हें कारावास का जश्न मनाते हुए देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है। वे उससे कहते हैं, उनके यहाँ कि एक लड़के को आदमी बनने के लिए तीन शर्तें पूरी करनी होती हैं: 1) किसी की पिटाई करना 2) गिरफ्तार होना 3) घोड़े की सवारी करना। उसे पता चलता है कि वह दोनों उसके लंबे समय से बिछड़े हुए चचेरे भाई, कुबेर "बालू" सिंह राठौड़ (अरबाज़ ख़ान) और विनय "बघीरे" सिंह राठौड़ (सुहेल ख़ान) हैं। जय, पहले से ही राठौड़ वंश में पुरुष बनने के लिए आवश्यक पहली दो शर्तों को पूरा कर चुका है। इस बीच, अदिति न्यूयॉर्क जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर बढ़ती है। बालू और बघीरे, जय को छुड़ाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं। जिसके बाद वह अदिति को जाने से रोकने के लिए घोड़े पर सवार होकर हवाई अड्डे तक जाता है। इससे वह अंतिम शर्त पूरी कर लेता है। जय अदिति को हवाई अड्डे के लाउंज में पाता है और उसके लिए फ़िल्म शीर्षक का गाना गाता है। अदिति खुश होकर उसे गले लगा लेती है और अपनी यात्रा की योजना रद्द कर देती है। वर्तमान में वापस, रोतलू, जिग्गी, संध्या और शालीन कहानी समाप्त करते हैं और हवाई अड्डे पर जय और अदिति का स्वागत करते हैं। माला उन्हें देखकर बेहद खुश हो जाती है और अपना परिचय जिग्गी की प्रेमिका के रूप में देती है और वे एक साथ हवाई अड्डे से बाहर निकलते हैं।

मुख्य कलाकार

संपादित करें

सभी गीत अब्बास टायरवाला द्वारा लिखित; सारा संगीत ए. आर. रहमान द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."कभी कभी अदिति"राशिद अली3:38
2."पप्पू कांट डांस"बेनी दयाल, नरेश अय्यर, सतीश चक्रवर्ती, असलम, ब्लाज़ी, तन्वी, भार्गवी पिल्लई4:24
3."जाने तू मेरा क्या है" (अदिति)रूना रिज़वी3:38
4."नज़रे मिलाना नज़रे चुराना"बेनी दयाल, सतीश चक्रवर्ती, सायोनारा, दर्शना, श्वेता, भार्गवी पिल्लई, अनुपमा3:54
5."तू बोले, मैं बोलूं"ए. आर. रहमान4:33
6."कहीं तो होगी वो"राशिद अली, वसुंधरा दास5:03
7."जाने तू मेरी क्या है" (जय)सुखविंदर सिंह5:42
8."पप्पू कांट डांस" (रिमिक्स)बेनी दयाल, नरेश अय्यर, सतीश चक्रवर्ती, असलम, ब्लाज़ी, तन्वी, भार्गवी पिल्लई3:24

नामांकन और पुरस्कार

संपादित करें
वर्ष नामित कार्य पुरस्कार परिणाम
2009 आमिर खान प्रोडक्सन्स फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार नामित
प्रतीक बब्बर फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार नामित
रत्ना पाठक फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार नामित
इमरान ख़ान फ़िल्मफ़ेयर पुरुष प्रथम अभिनय पुरस्कार जीत[3]
प्रतीक बब्बर फ़िल्मफ़ेयर पुरुष प्रथम अभिनय पुरस्कार नामित
ए आर रहमान फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार जीत
अब्बास टायरवाला ("कभी कभी अदिति") फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार नामित
राशिद अली ("कभी कभी अदिति") फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार नामित
अब्बास टायरवाला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पटकथा पुरस्कार नामित
अब्बास टायरवाला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार नामित
लॉन्गिनस फर्नांडीस ("पप्पू कांट डांस") फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ नृत्यरचना पुरस्कार जीत
प्रतीक बब्बर फ़िल्मफ़ेयर विशेष पुरस्कार जीत
  1. "जाने तू या जाने ना: 400 लड़कियों का ऑडिशन लेने के बाद 'अदिति' के रोल के लिए Genelia को चुना गया". इंडिया टाइम्स. 4 जुलाई 2023. अभिगमन तिथि 20 अगस्त 2023.
  2. "जाने तू या जाने ना के 15 साल:आमिर ने किया था भांजे को लॉन्च, स्क्रीनिंग के बाद ऑफर हुई थी 'लाल सिंह चड्ढा'". भास्कर. अभिगमन तिथि 20 अगस्त 2023.
  3. "इमरान खान को हिंदी सिनेमा में पूरे हुए 12 साल, तस्वीरों में देखिए 'जाने तू या जाने ना' एक्टर का ट्रांसफॉर्मेशन". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 20 अगस्त 2023.

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें