जीना मरना तेरे संग
1992 की फ़िल्म
जीना मरना तेरे संग 1992 की गुलशन कुमार द्वारा निर्मित हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें संजय दत्त और रवीना टंडन प्रमुख भूमिकाओं में हैं। ये एक संगीतमय फ़िल्म है और ये संगीतकार जोड़ी दिलीप सेन–समीर सेन की पहली सफल फिल्मों में से एक मानी जाती है।[2]
जीना मरना तेरे संग | |
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जीना मरना तेरे संग का पोस्टर | |
निर्देशक | विजय रेड्डी |
निर्माता | गुलशन कुमार[1] |
अभिनेता |
संजय दत्त, रवीना टंडन, जावेद जाफरी, सदाशिव अमरापुरकर, परेश रावल, अरुणा ईरानी, टीकू तलसानिया |
संगीतकार | दिलीप सेन–समीर सेन |
प्रदर्शन तिथियाँ |
28 अगस्त, 1992 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंअमर (संजय दत्त) करोड़पति का पुत्र है। आशा (रवीना टंडन) द्वारा उसे सार्वजनिक रूप से चाटा मारने के लिए वह बदला लेने का फैसला करता है। लेकिन बाद में उससे प्यार करने लगता है। वह अपने पिता के बारे में सच्चाई भी जानता है।
मुख्य कलाकार
संपादित करेंसंगीत
संपादित करेंसभी दिलीप सेन–समीर सेन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "चाहा है तुम्हें चाहेंगे" | समीर | कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल | 7:27 |
2. | "कल मैंने खुली आँख से" | इब्राहीम अश्क़ | अभिजीत, अनुराधा पौडवाल | 5:47 |
3. | "तुमसे है कितना प्यार" | दिलीप ताहिर | विपिन सचदेव, अनुराधा पौडवाल | 5:43 |
4. | "आज दिल की बातें कह देंगे हम" | योगेश | बबला मेहता, अनुराधा पौडवाल | 6:14 |
5. | "तूने जमाने ये क्या कर दिया" | इन्दीवर | विपिन सचदेव, अनुराधा पौडवाल | 5:18 |
6. | "काला डोरीया" | महेन्द्र देहलवी | अनुराधा पौडवाल | 4:51 |
7. | "दिल में है क्या" | समीर | हरिहरन, अनुराधा पौडवाल | 4:51 |
8. | "दिल एक मंदिर प्यार है पूजा" | इब्राहीम अश्क़ | अनुराधा पौडवाल | 6:39 |
9. | "ये क्या हुआ मेरा दिल खो गया" | इब्राहीम अश्क़ | अनुराधा पौडवाल, विपिन सचदेव | 6:37 |
10. | "जो सच्चे प्रेमी हैं" | दिलीप ताहिर | विपिन सचदेव, अनुराधा पौडवाल | 6:25 |
11. | "तेरे लिये लाया हूँ मैं लाल लाल चूड़ियाँ" | रवीन्द्र रावल | मोहम्मद अज़ीज़, अनुराधा पौडवाल | 5:26 |
12. | "आ तुझको इस दिल में बसा लूँ" | समीर | अनुराधा पौडवाल | 6:48 |
13. | "जब नजर बंद थी वो मेरे पास था" | समीर | अनुराधा पौडवाल | 6:48 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ सिंह, नेहा (12 अगस्त 2017). "आज से ठीक 20 साल पहले कर दिया गया था गुलशन कुमार का क़त्ल... अब तक इंसाफ नहीं मिला". India.com. मूल से 8 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 सितंबर 2018.
- ↑ "तानसेन के शिष्य रहे हैं इनके पूर्वज, ऐसे मिली थी बॉलीवुड में पहली पहचान". दैनिक भास्कर. 3 जुलाई 2017. मूल से 8 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 सितम्बर 2018.