जोरू का गुलाम (2000 फ़िल्म)
जोरू का गुलाम 2000 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। फिल्म का निर्देशन शकील नूरानी ने किया है और इसमें गोविन्दा, ट्विंकल खन्ना, कादर ख़ान और जॉनी लीवर हैं। संगीत आदेश श्रीवास्तव का है। यह फ़िल्म हिट साबित हुई थी।[1]
जोरू का गुलाम | |
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जोरू का गुलाम का पोस्टर | |
निर्देशक | शकील नूरानी |
लेखक | इकराम अख्तर |
निर्माता | शकील नूरानी |
अभिनेता |
गोविन्दा, ट्विंकल खन्ना, कादर ख़ान, अशोक सर्राफ, आशीष विद्यार्थी, जॉनी लीवर |
संगीतकार | आदेश श्रीवास्तव |
प्रदर्शन तिथियाँ |
16 जून, 2000 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंधनवान ज्ञानेश्वरप्रसाद पीताम्बर (कादर ख़ान) के पास एक समस्या है। उनकी चार बेकाबू बेटियां, जिनका नाम चार देवियों के नाम पर रखा गया है: लक्ष्मी, सरस्वती, पार्वती और दुर्गा। वह लोग शादी करने से इनकार करती हैं। पीताम्बर अमेरिका से राजू पटेल को बुलाता है और कम से कम एक बेटी की उससे शादी करने की व्यवस्था करता है। दुर्भाग्य से, राजू को हवाई अड्डे पर दो धोखेबाजों, राजा (गोविन्दा) और कन्हैया (जॉनी लीवर) द्वारा लूट लिया जाता है। उसे भिखारी बनाकर हवाई अड्डे पर बमुश्किल बुनियादी कपड़ों में छोड़ दिया जाता है। राजा, राजू बनकर कन्हैया के साथ पीताम्बर के घर जाता है।
वहां पहुंचने पर, पीताम्बर द्वारा उनका खुले हाथों से स्वागत किया जाता है। राजा पीताम्बर और उनकी बेटियों द्वारा लगाई सभी शर्तें मान लेता है। वह ऐसा इसलिये करता है कि जिससे उसे पीताम्बर का विशाल धन मिल सके। कहीं कुछ गलत होने का एहसास होने पर, पीताम्बर राजा से अपनी अन्य तीन बेटियों के लिए तीन दूल्हे भी ढूंढने के लिए कहता है। अन्यथा, कोई शादी नहीं होगी। क्योंकि वह चाहता है कि सभी चार बेटियों की शादी एक ही समय में हो। चारों ने किसी से भी शादी करने से इनकार कर रखा है। ऐसा लगता है कि राजा और कन्हैया के पास कुख्यात अपराधी पप्पू अन्ना (आशीष विद्यार्थी) से छिपने के अलावा बहुत कुछ करने को है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- गोविन्दा — राजा
- ट्विंकल खन्ना — दुर्गा
- कादर ख़ान — धनेश्वरप्रसाद पीताम्बर
- अशोक सर्राफ — पी. के. गिरपड़े, राजा के मामा
- आशीष विद्यार्थी — पप्पू अन्ना
- अली असगर — राजू पटेल
- जॉनी लीवर — कन्हैया
- रज़ाक ख़ान — फ़िदा हुसैन
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत आदेश श्रीवास्तव द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "जोरू का गुलाम" | अभिजीत, सुनिधि चौहान | 4:35 |
2. | "नीचे फूलों की दुकान" | सोनू निगम | 4:25 |
3. | "तुम्हारे बिना कुछ" | सोनू निगम, हेमा सरदेसाई | 6:21 |
4. | "मेरी नज़र चेहरे से" | राजेश मिश्रा, जसपिंदर नरूला | 4:55 |
5. | "खुला है मेरा पिंजरा" | कुमार शानू, अलका याज्ञिक | 5:08 |
6. | "वो आई लहराई बलखाई" | सोनू निगम, अलका याज्ञिक | 6:31 |