जोहिला नदी (Johila River) भारत के मध्य प्रदेश राज्य में बहने वाली एक नदी है। यह सोन नदी की एक उपनदी है, जो स्वयं गंगा नदी की उपनदी है। जोहिला का उद्गम मध्य प्रदेश के अनूपपुर ज़िले में अमरकंटक से 10 किमी दूर मैकल पहाड़ियों में ज्वालेश्वर नामक स्थान में होता है। इसका सोन नदी में विलय उमरिया ज़िले की मानपुर तहसील में होता है।[1][2]

जोहिला नदी
Johila River / Johilla River
Waterfall on Johilla river, Umaria district, Madhya Pradesh, India.jpg
उमरिया ज़िले में चेचपुर के समीप जोहिला नदी
जोहिला नदी is located in मध्य प्रदेश
जोहिला नदी
मध्य प्रदेश में जोहिला का सोन नदी में संगमस्थल
स्थान
देश  भारत
राज्य मध्य प्रदेश
भौतिक लक्षण
नदीशीर्षमैकल पहाड़ियाँ, अमरकंटक
 • स्थानअनूपपुर ज़िला, मध्य प्रदेश
नदीमुख सोन नदी
 • स्थान
मानपुर तहसील, उमरिया ज़िला, मध्य प्रदेश
 • निर्देशांक
23°38′42″N 81°14′10″E / 23.645°N 81.236°E / 23.645; 81.236निर्देशांक: 23°38′42″N 81°14′10″E / 23.645°N 81.236°E / 23.645; 81.236
जलसम्भर लक्षण
जलक्रम जोहिला → सोन → गंगा

विवरणसंपादित करें

यह नदी ज्वालेश्वर की पहाडियों से निकलकर राजेन्द्रग्राम के होते हुए उमरिया जिले के केल्हारी गाव में सोन नदी में मिल जाती है। जोहिला पुष्पराजगढ़ के ओर से छोर तक अमरकंटक के जालेश्वर भुंडाकोना से लेकर उमरिया जिले की ओर बहती है। अमरकंटक में उत्तर पूर्व में स्थित भुंडाकोना पहाड़ से जोहिला उत्तर की ओर नीचे उतरती है, जहां पोडकी गांव के पास उसे रोक कर जोहिला जलाशय बनाया गया है जिससे पोंडी गांव में स्थित शासकीय कृषि फार्म में सिंचाई की जाती है। कृषि फार्म पोंड़ी के आगे जोहिला ताली व डोनिया गांव से बहते हुए राजेन्द्रग्राम पहुंचती है इसकी कुल लम्बाई १७० किलो मीटर है | जोहिला नदी में उमरिया जिले की मंगठार में विशाल जोहिला बांध बनाकर संजय गांधी सुपर थर्मल पावर बिरसिंहपुर की स्थापना की गई है |संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट की 1,340.00 मेगावाट की स्थापित क्षमता है।[1] इस बिजली घर की पहली इकाई को मार्च 1993 में चालू किया गया था। संयंत्र के लिए पानी पास के जोहिला बांध जो जोहिला नदी पर निर्मित तथा 1810 हेक्टेयर में फैला हुआ है से लिया जाता है। संयंत्र के लिए कोयले की साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खानों से रेल द्वारा आपूर्ति की जाती है।

इन्हें भी देखेंसंपादित करें

सन्दर्भसंपादित करें