ज्वालाप्रसाद गौड़ संस्कृत के विद्वान एवं लेखक थे। वे काशी के संन्यासी संस्कृत महाविद्यालय में न्यायशास्त्र के प्रधानाध्यापक थे।

कृतियाँ संपादित करें

  • प्रामाण्यवादः
  • साङ्ख्यतत्त्वकौमुदी
  • तर्कामृतम्
  • स्वोपज्ञव्याख्या सिद्धान्तमुक्तावल्याः
  • साङ्ख्यकारिका की हिन्दी व्याख्या

सन्दर्भ संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें