वाक् संश्लेषण

मानव वाणी का कृत्रिम उत्पादन
(टेक्स्ट टू स्पीच से अनुप्रेषित)

वाक्संश्लेषण मानव वाणी का कृत्रिम उत्पादन है। इस उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाने वाले कम्प्यूटर को वाक्संश्लेषक कहा जाता है, और इसे सॉफ़्ट्वैर या हार्ड्वैर उत्पादों में लागू किया जा सकता है। लेख से वाणी प्रणाली सामान्य भाषा लेख को स्पीच में परिवर्तित करता है; अन्य प्रणालियाँ वाणी में ध्वन्यात्मक प्रतिलेखन जैसे प्रतीकात्मक भाषिक प्रतिनिधित्व प्रस्तुत करती हैं। इसका विपरीत प्रक्रिया श्रुतलेखन है।[1]

प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हौकिङ, जो वाक्संश्लेषण का प्रयोग करके ही बात करते थें।

एक डेटाबेस में संग्रहीत रिकॉर्ड किए गए वक्खण्डों को जोड़कर संश्लेषित वाणी बनाया जा सकता है। संग्रहीत वाणी के इकाइयों के आकार में प्रणाली भिन्न होते हैं; एक प्रणाली जो स्वनों (वाग्ध्वनियों) या द्विस्वनों को भण्डारित करती है, सबसे बड़ी उत्पाद सीमा प्रदान करती है, किन्तु इसमें स्पाष्ट्य की कमी हो सकती है। विशिष्ट उपयोग डोमेन के लिए, सम्पूर्ण शब्दों या वाक्यों का भण्डारण उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद की अनुमति देता है। वैकल्पिक रूप से, एक वाक्संश्लेषक पूरी तरह से "कृत्रिम" वाणी उत्पाद बनाने के लिए स्वर मार्ग और अन्य मानव ध्वनि विशेषताओं का एक मॉडल शा

वाक संश्लेषण के कुछ प्रकार

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  1. पाठ से वाक या टीटीएस (Text-to-Speech, TTS)
  2. ध्वन्यात्मक कूट से वाक्

टेक्स्ट से वाक संश्लेषण का बलॉक आरेख

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टेक्स्ट से वाक संश्लेषण का बलॉक आरेख

  • दृष्टिहीनों के लिये
  • मनोरंजन
  • कम्प्यूटर द्वारा उत्तर (जैसे टेलीफोन डाइरेक्टारी)

वाक संशलेषण संबन्धी प्रोग्राम

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हिन्दी के लिये टैक्स्ट-टू-स्पीच प्रोग्राम

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इन्हे भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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  1. Allen, Jonathan (1987). From text to speech. Internet Archive. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-30641-6.