तू चोर मैं सिपाही
तू चोर मैं सिपाही 1996 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें अक्षय कुमार, सैफ़ अली ख़ान, तबु और प्रतिभा सिन्हा ने अभिनय किया है। यह 10 मई 1996 को जारी हुई थी और इसका निर्देशन गुड्डु धनोआ ने किया था।[1] पटकथा रॉबिन हेनरी द्वारा लिखी गई थी।
तू चोर मैं सिपाही | |
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तू चोर मैं सिपाही का पोस्टर | |
निर्देशक | गुड्डू धनोआ |
लेखक | रुमी जाफ़री (संवाद) |
निर्माता | नम्रता दहल |
अभिनेता |
अक्षय कुमार, सैफ़ अली ख़ान, तबु, प्रतिभा सिन्हा |
संगीतकार | दिलीप सेन-समीर सेन |
प्रदर्शन तिथि |
1996 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंराजा उर्फ किंग (सैफ़ अली ख़ान) एक कुख्यात अपराधी है जो मुख्य रूप से अमीर लोगों को लूटता है। इंस्पेक्टर अमर (अक्षय कुमार) एक दबंग पुलिस अधिकारी है जो उस पर नज़र रखता है और उसे पकड़ने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। मुंबई पुलिस चाहती है कि किंग को किसी भी कीमत पर गिरफ्तार किया जाए। अमर के लिए हालात तब और भी बदतर हो जाते हैं जब किंग कमिश्नर के घर को लूट लेता है। कमिश्नर कुशाल सिंह (अनुपम खेर) अमर पर दबाव डालते हैं कि वह किंग को चार दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लें। अमर, राजा को गिरफ्तार करने में लगभग सफल हो जाता है। लेकिन वापस आते समय, स्थानीय डाकुओं के साथ हुई एक घटना में अमर घायल हो जाता है। राजा इस स्थिति का फायदा उठाकर अमर को बीच सड़क पर छोड़ देता है और खुद नकली इंस्पेक्टर बनकर तंडारीकला चला जाता है।
जब राजा तंडारीकला पहुंचता है, तो उसे पता चलता है कि गांव पर एक क्रूर शासक, ठाकुर गजेंद्र सिंह (अमरीश पुरी) का शासन है। ठाकुर सभी बूढ़ों को जीवित रखता है लेकिन अपने लिए काम करने के लिए युवाओं का अपहरण कर लेता है।तंडारीकला में, राजा गांव के एक साधारण व्यक्ति गुड्डु को देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है, जो अमर जैसा दिखता है। बाद में पता चलता है कि गुड्डू वास्तव में इंस्पेक्टर अमर है जिसने राजा को गिरफ्तार करने के लिए उसका पीछा किया था। लेकिन ठाकुर के हाथों ग्रामीणों की हालत देखने के बाद, उसका मन बदल जाता है और वह राजा के साथ मिलकर गांव से ठाकुर की क्रूरता को खत्म करने का फैसला करता है। अंत में, वे ठाकुर और उसके गुंडों को मारकर सफल हो जाते हैं और अंतिम दृश्य में, यह दिखाया गया है कि अमर राजा को हथकड़ी लगाता है और वे दोनों एक साथ हँसते हैं।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अक्षय कुमार — इंस्पेक्टर अमर वर्मा / गुड्डू
- सैफ़ अली ख़ान — राजा /किंग
- तबु — काजल सिंह
- प्रतिभा सिन्हा — रानी
- अनुपम खेर — पुलिस कमिश्नर कुशाल सिंह
- देवेन वर्मा — एसीपी वर्मा
- अमरीश पुरी — ठाकुर गजेंद्र सिंह
- उषा नाडकर्णी — दादी
- हरीश पटेल — गृह मंत्री
- अंजना मुमताज़ — कौशल्या वर्मा
संगीत
संपादित करेंसभी गीत आनन्द बक्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत दिलीप सेन-समीर सेन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "हम दो प्रेमी" | कुमार शानू, अलका यागनिक | 5:23 |
2. | "ये आग थी दिल में" | अलीशा चिनॉय | 5:03 |
3. | "चल कर ले थोड़ा प्यार" | पूर्णिमा, कुमार शानू | 4:31 |
4. | "कुछ हो गया" | कुमार शानू, अलका यागनिक | 5:01 |
5. | "बोल ओ गोरी" | कुमार शानू, अलका यागनिक | 5:53 |
6. | "जानेमन जानेजां" | कुमार शानू, कविता कृष्णमूर्ति | 6:05 |
7. | "तक धिना तक धिना" | कुमार शानू, अलका यागनिक | 4:53 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Top की FLOP रही अक्षय कुमार की ये 10 फिल्में, BOX OFFICE पर इन 5 की कमाई जान घुम जाएगा माथा". Asianet News Network Pvt Ltd. अभिगमन तिथि 29 सितम्बर 2023.