तोत्र एक पारम्परिक कृषि उपकरण है, जिसका प्रयोग पशुधन, साधारणतः बैलों के हाँकने हेतु होता है, जो हल या गाड़ी खींचते हैं; इसका प्रयोग गोधन को घेरने हेतु भी किया जाता है। यह एक प्रकार की तीक्ष्णाग्र अंकुश होती है।

इसे गणेश के हाथ में देखा जा सकता है। विष्णु द्वारा धरित यष्टि को तोत्रवेत्र कहते हैं। तोत्र अर्थात् अंकुश,और वेत्र अर्थात् यष्टि।[1]

  1. www.wisdomlib.org (2019-02-15). "Totravetra, Totra-vetra: 3 definitions". www.wisdomlib.org (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-12-09.