दक्षिणी गोलार्ध
निर्देशांक: 45°0′0″S 0°0′0″E / 45.00000°S 0.00000°E
दक्षिणी गोलार्ध[1] किसी ग्रह का वह आधा भाग होता है, जो उसकी विषुवत रेखा के नीचे (दक्षिणी ओर) होता है। गोलार्ध का शाब्दिक अर्थ है आधा गोला। हमारा ग्रह अक्षवत् दो भागों में बंटा है, जिन्हे उत्तरी गोलार्ध व दक्षिणी गोलार्ध कहते हैं। उत्तरी गोलार्ध का उत्तरी छोर तथा दक्षिणी गोलार्ध का दक्षिणी छोर बहुत ठंडे स्थान होने के कारण वहाँ बर्फ का साम्राज्य रहता है। दक्षिणी गोलार्ध के दक्षिणी ध्रुव पर तो बर्फ से बना विशाल महाद्वीप ही मौजूद है। दक्षिणी गोलार्ध में पांच महाद्वीप-आस्ट्रेलिया,नौ-दसवा दक्षिण अमेरिका,एक तिहाई अफ्रीका तथा एशिया के कुछ दक्षिणी द्वीपों मौजूद है। दक्षिण गोलार्द्ध चार महासागरों- हिन्द महासागर, अन्ध महासागर, दक्षिणध्रुवीय महासागर और प्रशान्त महासागर मौजूद है। पृथ्वी के अक्षीय झुकाव की वजह से दक्षिणी गोलार्द्ध में ग्रीष्म ऋतु, दक्षिणायन (२२ दिसंबर के आसपास) से वसंत विषुव (लगभग २१ मार्च) तक चलता है और शीत ऋतु, उत्तरायण (२१ जून) से शरद विषुव (लगभग २३ सितंबर) तक चलता है।

भूगोलसंपादित करें
मौसमसंपादित करें
उत्तरी गोलार्ध कि तुलना में दक्षिणी गोलार्ध में सौम्य तापमान परिवर्तन पाया जाता है; पर अंटार्कटिका(उत्तरी ध्रुव), आर्कटिक से ज्यादा थंडा है। इसका कारण यह है कि उत्तरी गोलार्ध का ज्यादातर हिस्सा महासागरों से भरा है। दक्षिणी गोलार्ध में दिन के दौरान सूर्य उत्तरी दिशा की स्थिति में अधिकतम बढता है, पर मकर रेखा के ऊपर सूर्य मध्याह्न के समय दक्षिण में दिखता है। सूर्य के संचलन की दिशा के कारण, एक सौर घड़ी के छाया की चाल उत्तरी गोलार्ध में विरोधी दक्षिणावर्त होती है।
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ Merriam Webster's Online Dictionary Archived 2008-11-20 at the Wayback Machine (based on Collegiate vol., 11th ed.) 2006. Springfield, MA: Merriam-Webster, Inc.