दहिया गाँव, भगवानपुर (बेगूसराय)
दहिया गांव, बिहार राज्य के बेगूसराय जिले के भगवानपुर प्रखंड रसलपुर पंचायत के अंतर्गत आता है. कृषि इस गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय है.लेकिन यहां की लगभग आधी आबादी सरकारी नौकरी करते हैं।
दहिया | |||||||
— गाँव — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | बिहार | ||||||
ज़िला | बेगूसराय | ||||||
साक्षरता • पुरुष • महिला |
80% • 87% • 73% | ||||||
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, मैथिली, अंगिका, अंग्रेज़ी | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
• 46 मीटर (151 फी॰) | ||||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: http://begusarai.bih.nic.in |
निर्देशांक: 25°32′09″N 86°00′42″E / 25.535826°N 86.011651°E
भूगोल
संपादित करेंभौगोलिक दृष्टि से देखा जाय तो ये बहुत अच्छा है पास में बलान नदी की संगम धारा गांव की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है और वहीं पश्चिम की और लहलहाते खेत जहाँ पर दहिया की आधी आबादी खेती करके अपना जीवन यापन करते हैं। लगभग 7000 बीघा में फैला हुआ खेत जहां एक बार आदमी चल जाये तो आने का मन नहीं करेगा। बगल में उत्तर में भगवानपुर प्रखंड ही जिससे यहां की जनता को और भी आसानी होती है किसी भी कागजी काम में दक्षिण में रसलपुर गांव स्तिथ है जिसे दहिया का भाई कहा जाता है।
जनसांख्यिकी
संपादित करेंजनसंख्या के मामले से यह गांव छोटा है जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा गांव है लगभग 100-150 परिवार यहां बसे हैं लगभग 1500-1700 आदमी यहाँ निवास करते हैं। जिसमे 800 आदमी जबकि 750 औरत हैं बाकी बच्चे।
यातायात
संपादित करेंयातायात के मामले में दहिया सबसे अच्छा गांव है दहिया से होकर बेगूसराय-दलसिंग्सराय पथ गुजरता है जो शहर से डायरेक्ट जोड़ता है। पूरे गांव में ऐसा कोई जगह नहीं है जहां आपको कच्ची सड़क दिखे। यहां से बेगूसराय, दलसिंग्सराय, समस्तीपुर, पटना, वैशाली के लिए बस मिलता है।
आदर्श स्थल
संपादित करेंयहां का बलान नदी स्तिथ राजा घाट पर बना शिव मंदिर,राज चौक पर स्तिथ हनुमान मंदिर, प्रखंड दुर्गा मंदिर देखने लायक जगह है। हर साल दुर्गा पूजा में प्रखंड दुर्गा मंदिर के परिसर में और श्री कृष्ण जन्माष्टमी में यहां मेला लगता है और हज़ारों श्रद्धालुओं का भीड़ लगता है। छठ पूजा में बलान नदी के पास राजा घाट में श्रद्धालुओं की जो भीड़ लगती है वो अति शोभनीय रहता है ।
शिक्षा
संपादित करेंशिक्षा के मामले में यह गांव काफी आगे है एक समय था जब इसको बेगूसराय का सबसे शिक्षित गांव के नाम से जाना जाता था लोग कहते हैं कि पहले इस गांव के बारे में कहा जाता था कि दहिया का बकरी भी पढ़ा लिखा होता है। यही वजह है कि इस गांव ने देश को एक से एक अफसर और प्रोफेसर तथा शिक्षक दिए। स्व. श्री बच्चन बाबू (DSP) इस एरिया के प्रख्यात आदमी थे वही शिक्षा के क्षेत्र में स्व. श्री कृष्णनंदन बाबू अपना बहुत योगदान दिए वर्तमान समय मे उनके पुत्र Dr.राकेश शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं। वहीं ऑडिट डिपार्टमेंट में श्री नलिन चन्द्र राय, श्री चन्द्रभूषण राय का योगदान सराहनीय है। इस गांव में 1 प्राथमिक विद्यालय, 1 मध्य विद्यालय, 1 उच्च विद्यालय, 1 महाविद्यालय है जबकि 3-4 प्राइवेट संस्थान भी हैं। रघुनाथ उच्च विद्यालय में यहां आसपास के लगभग 10 गांव के विद्यार्थी पढ़ने आते हैं संजीव कुमार वहां के प्रधानाचार्य हैं जो दहिया के ही मूल निवासी हैं। कूल मिला के शिक्षा के दृष्टि से देखा जाय तो दहिया एक बेहतरीन गांव है वर्तमान समय मे यहाँ के ज्यादातर युवा सेना में हैं और किस्मत आजमा रहें हैं। यहाँ लगभग हर घर से कोई न कोई सरकारी नौकरी जरूर कर रहा है।
बिहार के बेगूसराय जिले स्तिथ भगवनपुर प्रखंड के दहिया गांव इस जिला का सबसे शिक्षित गांव है।
सन्दर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़िया
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