दिल्ली मण्डल
दिल्ली मण्डल ब्रिटिश भारत में एक प्रशासनिक क्षेत्र था। इस क्षेत्र में दिल्ली के अतिरिक्त वर्तमान हरियाणा राज्य के गुड़गांव, रोहतक, हिसार, पानीपत और करनाल जिले भी शामिल थे।
दिल्ली मण्डल | |||||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
क्षेत्र of कंपनी राज | |||||||||
1803–1832 | |||||||||
Capital | दिल्ली | ||||||||
History | |||||||||
• Established | 1803 | ||||||||
• Disestablished | 1832 | ||||||||
| |||||||||
Today part of | हरयाणा दिल्ली |
इतिहास
संपादित करें१८३२ तक दिल्ली मण्डल रेजीडेंसी द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था। उसी वर्ष के पांचवे विनियमन ने दिल्ली रेजिडेंट के कार्यालय को भंग कर दिया और दिल्ली इलाहाबाद सद्र बोर्ड के अधिकार क्षेत्र शामिल हो गयी।
१८५७ के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद दिल्ली मण्डल को उत्तर-पश्चिमी प्रान्त से पंजाब में स्थानांतरित कर दिया गया। १८५८ में इस क्षेत्र का पुनर्गठन कर इसे दिल्ली और हिसार मण्डलों में विभाजित कर दिया गया।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- Douie, James McCrone (1899). Panjab Settlement Manual. Lahore: Civil and Military Gazette Press. मूल से 10 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जनवरी 2018.