धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश
धर्मशाला (Dharamshala) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के काँगड़ा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[3][4]
धर्मशाला Dharamshala | |
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ऊपर से दक्षिणावर्त: धर्मशाला नगर का दृश्य, मैक्लॉडगंज का मुख्य मन्दिर, ग्युतो करमापा, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम तथा सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस | |
निर्देशांक: 32°13′05″N 76°19′12″E / 32.218°N 76.320°Eनिर्देशांक: 32°13′05″N 76°19′12″E / 32.218°N 76.320°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | हिमाचल प्रदेश |
ज़िला | काँगड़ा ज़िला |
शासन | |
• सभा | धर्मशाला नगर पालिका |
ऊँचाई | 1457 मी (4,780 फीट) |
जनसंख्या (2011)[2] | |
• कुल | 30,764 |
भाषा | |
• प्रचलित | पहाड़ी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 176 215 |
दूरभाष कोड | +91-1892 |
वेबसाइट | www |
धर्मशाला राज्य की शीतकालीन राजधानी है। यह कांगड़ा नगर से 16 किमी की दूरी पर स्थित है। धर्मशाला के मैक्लॉडगंज उपनगर में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्यालय हैं, और इस कारण यह दलाई लामा का निवास स्थल तथा निर्वासित तिब्बती सरकार की राजधानी है। धर्मशाला को भारत सरकार के स्मार्ट सिटीज मिशन के अंतर्गत एक स्मार्ट नगर के रूप में विकसित होने वाले सौ भारतीय नगरों में से एक के रूप में भी चुना गया है।[5] ऐसी मान्यता है की नगर का नाम धर्मशाला शब्द से उत्पन्न हुआ है।
इतिहास
संपादित करेंकाँगड़ा क्षेत्र में ब्रिटिश राज के आगमन से पहले धर्मशाला और इसके आस पास के क्षेत्रों में दो सहस्राब्दियों तक कटोच राजवंश का शासन था। १८१० में सिख राजवंश के महाराज रणजीत सिंह तथा कटोच राजा संसार सिंह कटोच के मध्य हुई ज्वालामुखी की संधि के बाद कटोच केवल काँगड़ा क्षेत्र में स्थानीय जागीरदार रह गए। १८४८ में क्षेत्र पर अंग्रेज़ों ने कब्ज़ा कर लिया था। १८४९ में कांगड़ा जिले के अंदर एक फौजी छावनी के लिए धौलाधार पर्वत की ढलानों पर एक स्थान को चुना गया, जहां एक हिन्दू धर्मशाला स्थित थी।
धर्मशाला का नगर वर्ष १८४९ में कांगड़ा में स्थित सैन्य छावनी के लिए अस्तित्व में आया। वर्ष १८५५ में धर्मशाला को कांगड़ा जिले का मुख्यालय घोषित किया गया था। धर्मशाला में सिविलियन और छावनी क्षेत्र की बढ़ती चहल-पहल को देखते हुए यहां सुविधाएं लोगों को मुहैया करवाने के लिए नगर परिषद बनाने का विचार बना था। पांच मई १८६७ को यहां नगर परिषद अस्तित्व में आई थी।[6] उस समय बनी नगर परिषद की पहली बैठक भी ६ मई १८६७ को तत्कालीन जिलाधीश सीएफ एल्फिनस्टोन की अध्यक्षता में हुई थी।
धर्मशाला के १८६७ में नगर परिषद बनने के बाद यहां सुविधाओं में इजाफा हुआ। १८९६ में धर्मशाला में बिजली भी लोगों मिलनी शुरू हुई थी। तत्पश्चात नगर में कार्यालयों के विकास के अतिरिक्त व्यापार व वाणिज्य, सार्वजनिक संस्थान, पर्यटन सुविधाओं तथा परिवहन गतिविधयों में भी उन्नति हई। वर्ष १९०५ व् १९८६ के भूकम्पों से नगर का बहुत नुकसान हुआ। १९२६ से १९४७ के बीच यहां पर इंटर कॉलेज सहित महाविद्यालय खुला तो वर्ष १९३५ में सिनेमा हाल भी यहां खुला। बढ़ते समय के साथ-साथ सामाजिक सुधारों के साथ संगीत, साहित्य और कला के क्षेत्र में भी यह क्षेत्र कहीं पीछे नहीं रहा। १९६० से महामिहम दलाई लामा का मुख्यालय भी धर्मशाला में स्थित है।
जलवायु
संपादित करेंधर्मशाला नगर की जलवायु उप-उष्ण कटिबंधीय है। इस नगर का औसत तापमान १०°सै से ३५°सै तक रहता है, जनवरी माह सबसे ठण्डा व जून माह सबसे गर्म माह रहता है। सर्दियों में यह नगर पर्याप्त धुप का आनंद लेता है। अधिकतर वर्षा जुलाई - सितम्बर माह में होती है, वार्षिक औसत वर्षा १८०० मिमी होती है। हालांकि, सर्दियों में भी पर्याप्त वर्षा होती है। बर्फ कभी - कभी गिरती है, और इससे स्थानीय पहाड़ और घाटी की हवाओं से अन्य नगरों के मौसम पर भी थोडा प्रभाव पडता है। बर्फ की ढकी धौलाधार श्रंखला, हरे-भरे जगंलों से परिपूर्ण इसका पर्यावरण, सुहावना मौसम तथा घाटी का विस्तृत एवं विहंगम दृश्य इसे अत्यंत मनमोहक बना देता है।
धर्मशाला के जलवायु आँकड़ें | |||||||||||||
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माह | जनवरी | फरवरी | मार्च | अप्रैल | मई | जून | जुलाई | अगस्त | सितम्बर | अक्टूबर | नवम्बर | दिसम्बर | वर्ष |
उच्चतम अंकित तापमान °C (°F) | 24.7 (76.5) |
28.0 (82.4) |
31.6 (88.9) |
35.6 (96.1) |
38.6 (101.5) |
38.6 (101.5) |
42.7 (108.9) |
37.8 (100) |
34.8 (94.6) |
34.6 (94.3) |
26.6 (79.9) |
27.2 (81) |
42.7 (108.9) |
औसत उच्च तापमान °C (°F) | 14.5 (58.1) |
16.6 (61.9) |
21.1 (70) |
26.2 (79.2) |
30.5 (86.9) |
31.4 (88.5) |
27.2 (81) |
26.3 (79.3) |
26.3 (79.3) |
24.8 (76.6) |
20.7 (69.3) |
16.7 (62.1) |
23.5 (74.3) |
औसत निम्न तापमान °C (°F) | 5.9 (42.6) |
7.7 (45.9) |
11.8 (53.2) |
16.3 (61.3) |
20.1 (68.2) |
21.8 (71.2) |
20.7 (69.3) |
20.2 (68.4) |
18.7 (65.7) |
15.3 (59.5) |
10.7 (51.3) |
7.4 (45.3) |
14.7 (58.5) |
निम्नतम अंकित तापमान °C (°F) | −1.9 (28.6) |
−1.6 (29.1) |
2.4 (36.3) |
7.3 (45.1) |
8.8 (47.8) |
12.8 (55) |
15.1 (59.2) |
14.1 (57.4) |
11.2 (52.2) |
8.0 (46.4) |
4.8 (40.6) |
−1.0 (30.2) |
−1.9 (28.6) |
औसत वर्षा मिमी (इंच) | 114.5 (4.508) |
100.7 (3.965) |
98.8 (3.89) |
48.6 (1.913) |
59.1 (2.327) |
202.7 (7.98) |
959.7 (37.783) |
909.2 (35.795) |
404.8 (15.937) |
66.3 (2.61) |
16.7 (0.657) |
54.0 (2.126) |
3,054.4 (120.252) |
स्रोत: India Meteorological Department (record high and low up to 2010)[7] |
भूगोल
संपादित करेंसमुद्र तल से १४०० मी की ऊंचाई पर उत्तरी अक्षांश २३°–१३’–००” और पूर्वी देशांतर ७६°–१९’–००” पर धर्मशाला नगर स्थित है। राजस्व दस्तावेजों के अनुसार नगर ८५१ हैक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। धौलाधार के उभरे हुए खण्ड पर स्थित इस नगर से सम्पूर्ण कांगड़ा घाटी दिखाई पड़ती है। धर्मशाला का उत्तरी भाग हरे जंगलों से घिरा हुआ है, पश्चिम में ढलानदार कृषि के खेत हैं, तथा पूर्व व दक्षिण में धौलाधार की सम्मोहक घाटयों के शीर्ष पर विकास हुआ है। शहर मुख्य जीवनदायिनी सड़को के साथ - साथ तेजी से फैल रहा है। पहाड़ की तरफ भौतिक-भौगोलिक रूकावटों के कारण नगर का विकास सामान्यतः घाटी की तरफ हो रहा है। भूगर्भ शास्त्रानुसार यह नगर भूकम्प सम्बन्धी पट्टिका संख्या -४ की दोषपूर्ण रेखा के निकट पड़ता है, जो भूकम्प प्रवृत्तियुक्त क्षेत्र है। हिमालय के बीच में धौलाधार पर्वत श्रंखला के धरातल पर स्थित सामान्यतः इसकी तलछटी चट्टानें है। ऊपरी तह संगिठत रेत, बाढ़ की जमी हुई मिट्टी व गोल चिकने कंकरो का मिश्रण है, जो चट्टानों के आधार पर टिकी है ।
आवागमन
संपादित करेंस्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत नगर में एक रिंग मार्ग, तथा एक सुरंग का निर्माण प्रस्तावित है।[8]
पर्यटन
संपादित करेंधर्मशाला तिब्बती शरणार्थियों का निवास-स्थान है। यह नगर ऐतिहासिक डल झील, खनियारा व कंजार महादेव मेले के लिए जाना जाता है। भागसूनाग, कुणाल पत्थरी व चिन्मन्या जैसे हिन्दुओं के मन्दिर यहां या नगर के निकट स्थित हैं। चामुण्डा देवी, कांगडा का बृजेशवरी, ज्वालामुखी व चिन्तपूर्णी मंदिर भी नगर के पड़ोस में स्थित है। उपरोक्त धार्मिक स्थलों के अतिरिक्त यह पालमपुर, शोभा सिंह आर्ट गैलरी, अन्दरेटा व वैजनाथ के पर्यटन स्थलों के लिए भी आधार शिविर का कार्य करता है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "रजनी बनी धर्मशाला नगर निगम की पहली महापौर". धर्मशाला: दैनिक जागरण. १० अप्रैल २०१६. मूल से 27 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २७ मार्च २०१८.
- ↑ "District Census Handbook - Kangra - Village And Town Wise Primary Census Abstract (PCA)" [जिला जनगणना पुस्तिका] (PDF). censusindia.gov.in (अंग्रेज़ी में). शिमला: जनगणना संचालन निदेशालय, हिमाचल प्रदेश. पृ॰ ३४. मूल से 18 नवंबर 2017 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि २७ मार्च २०१८.
- ↑ "Himachal Pradesh, Development Report, State Development Report Series, Planning Commission of India, Academic Foundation, 2005, ISBN 9788171884452
- ↑ "Himachal Pradesh District Factbook," RK Thukral, Datanet India Pvt Ltd, 2017, ISBN 9789380590448
- ↑ "धर्मशाला बनेगा स्मार्ट सिटी, शिमला के पास मौका". दैनिक भास्कर. २५ मई २०१६. मूल से 27 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २७ मार्च २०१८.
- ↑ कटोच, दिनेश (२७ फरवरी २०१६). "अब मिलेगा धर्मशाला को महापौर". धर्मशाला: दैनिक जागरण. मूल से 27 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २७ मार्च २०१८.
- ↑ "Ever recorded Maximum and minimum temperatures up to 2010" (PDF). India Meteorological Department. मूल (PDF) से 21 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 एप्रिल 2015.
- ↑ "Dharamshala SCP Observations" (PDF). शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार. मूल (PDF) से 27 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मार्च 2018.
विस्तृत पठन
संपादित करें- रोज़, नांसी होटज़लेन (१९९५). Living Tibet: The Dalai Lama in Dharamsala [जीवित तिब्बत: धर्मशाला में दलाई लामा] (अंग्रेज़ी में). स्नो लायन पब्लिकेशन्स.
- रसेल, जेरेमी (२०००). Dharamsala, Tibetan Refuge [धर्मशाला, तिब्बती शरणागाह] (अंग्रेज़ी में). लस्टर प्रेस.
- डील, कैला (२००२). Echoes from Dharamsala: Music in the Life of a Tibetan Refugee Community [धर्मशाला से गूंज: तिब्बती शरणार्थी समुदाय के जीवन में संगीत] (अंग्रेज़ी में). यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया प्रेस.