नगरी (चित्तौड़गढ़)
नगरी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले का एक ऐतिहासिक स्थान है।
नगरी | |
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गाँव | |
नगरी स्थित देवरिया बालाजी मन्दिर[1] | |
निर्देशांक: 24°58′33″N 74°40′57″E / 24.9757°N 74.6825°Eनिर्देशांक: 24°58′33″N 74°40′57″E / 24.9757°N 74.6825°E | |
देश | India |
राज्य | राजस्थान |
भाषाएँ | |
• आधिकारिक | हिन्दी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
आई॰एस॰ओ॰ ३१६६ कोड | RJ-IN |
वाहन पंजीकरण | RJ- |
परिचय
संपादित करेंपुरा विशेषज्ञों के अनुसार नगरी का इतिहास अत्यन्त प्राचीन है। इसे पूर्व में 'मध्यमिका' के नाम से जाना जाता था। बरसों पूर्व हुए उत्खनन कार्य के दौरान ईसा के पहले की सभ्यता, खासतौर पर बौद्धकालीन व हिंदू संस्कृति के अवशेष, सैकड़ों, हजारों साल पुराने मिटटी के बर्तन, सिक्के, मूर्तियां मिल चुकी हैं। यहां स्थित प्रकाश स्तम्भ के बारे में कहा जाता है कि सफेद पत्थरों से बने १६वीं शताब्दी में अकबर द्वारा चित्तौड़ पर आक्रमण के दौरान अपनी सेना के पड़ाव के दौरान रात्रि में प्रकाश व्यवस्था करने के लिए इसका निर्माण किया गया। इस स्तम्भ का एक हिस्सा नदी किनारे में भी होने की जानकारी मिली है।
सन्दर्भ
संपादित करेंइन्हें भी देखें
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