नागद्वार मध्यप्रदेश में सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच बने हिल स्टेशन पचमढ़ी से कुछ ही दूरी पर स्थित एक पर्यटन स्थल है। यह पंचमंडी से ४५ किमी दूरी पर स्थित है।

[1]आस्था और दिव्यता वाला मेला

देवाधिदेव महादेव की नगरी कहलाने वाली पचमढ़ी में हर साल यह मेला आस्था और दिव्यता लिए आता है. आस्था के इस समागम में नागद्वारी पहुंचकर नागराज के दर्शन को बाबा अमरनाथ के दर्शन के समान माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि श्रावण मेले के दौरान नागद्वारी मंदिर में दर्शन करने से कालसर्प दोष दूर होता है और संतान की प्राप्ति होती है.


यह रास्ता साल में केवल एक बार नागद्वारी मेले के लिए ही खुलता है इसलिए यहां का विशेष महत्व है. यहां पर कई गुफाएं स्थित हैं इन गुफाओं में नाग देवता की सैकड़ों प्रतिमाएं भक्तों को दर्शन देने के लिए उपस्थित है. इस दौरान प्रत्यक्ष रूप से भी यात्रा के मार्ग में नाग देवता के दर्शन यात्रियों को मिलते हैं. दुर्गम रास्तों से होते हुए लगभग 12 से 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा श्रद्धालु नागद्वारी मेले में जाने के लिए करते हैं. जानकारी के अनुसार कई सालों से यहां सावन महीने में मेला लगता है. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए दूरदराज के क्षेत्रों से आते हैं.

  1. "नागपंचमी पर कर रहे हैं आउटिंग का प्लान तो यहां है बेस्ट ऑप्शन". दैनिक भास्कर. २१ जून २०१२. मूल से १२ दिसम्बर २०१३ को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ दिसम्बर २०१३.