नाडोदा राजपूत

नाडोदा एक राजपूत समुदाय है जो भारत के गुजरात राज्य में पाया जाता है।

नाडोदा एक राजपूत समुदाय है जो भारत के गुजरात राज्य में पाया जाता है। वे सुल्तानों को कर(टैक्स) का भुगतान करने से अपने ऐतिहासिक इनकार के लिए स्मरणीय हैं। [1]


उद्भव स्थान संपादित करें

मालवा और राजस्थान के क्षेत्रों में अपनी उत्पत्ति होने के बावजूद, आज वे मुख्य रूप से सौराष्ट्र, कच्छ, [2] [3] पाटन [4] और गुजरात के अन्य क्षेत्रों में पाए जाते हैं। [3]

इतिहास संपादित करें

नाडोदा राजपूत गुजरात के राजपूत समुदायों में से एक हैं, वे लगभग 600 साल पहले राजस्थान से आए थे। मान्यता यह है कि नाडोदा ने मुस्लिम शासकों को कर(टैक्स) देने से इनकार करा था। इसलिए, उन्हें नरवईया (डिफॉल्टर्स) कहा जाता था और नाडोदा इसका भ्रष्ट रूप है। [5]"नाडोदा" शब्द भारत के मुस्लिम आक्रमण के समय से जुड़ा है। [2] जहां तक नाडोदा शब्द की व्याख्या का संबंध है, यह नादावत से लिया गया है, जिसे प्राकृत में ———— में स्थानांतरित किया गया है। इस प्रकार ^नाडावा से नाडोदा शब्द का जन्म हुवा हैं। [6]

संस्कृति संपादित करें

नाडोदा राजपूत वर्ण से क्षत्रिय हैं। वे स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायी हैं जबकि कुछ कुलदेवी के अनुयायी हैं। भगवान शिव और कृष्ण उनके प्राथमिक देवता हैं। [1]

नाडोदा राजपूतों के चार घोल (विवाह मंडल) हैं और उनके बीच वैवाहिक संबंध प्रतिबंधित हैं। पोशाक, आभूषण, रीति-रिवाजों, सामाजिक प्रथाओं और जीवन शैली के मामले में प्रत्येक घोल दूसरों के संबंध में विशिष्ट है। वे राजपूतों-दरबार समूहों से जुड़े हुए हैं, वे तेर-तसिली के सदस्यों में से एक हैं। [1]

अटक(कुल,वंश) संपादित करें

नाडोदा राजपूतों में आगे भी अटक्स (कुल) हैं जो समान सामाजिक स्थिति का आनंद लेते हैं। [1] यह कुलों (अटक: उपनाम [7] ) आवेरा, बारड़, भाटी, चावड़ा, चावड़, चुडासमा, चौहान, डाभी, दाहिमा (दहिमा), डोड, [8] डोडिया, गालेचा, गोहिल, गोल्टर, हदियाल, हेरमा, जादव, जिरिया, जेठवा, कटारिया, [8] खेर, लकुम, मकवाना , मोरी, मसानी, निरवान, पढार, पढीयार, पलोनिया, परमार , [8] राठौड़, रेहेवर, सोलंकी, सेधल ( सिंधव ), सुवर (सूर) , टाक, तुआर (तुंवर), वाढेल, वाघेला, वेईश (वैंनशह), वाजा, वाला, वनोल, वेजोल (विहोल)। [8] वे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के माध्यम से क्षत्रिय हैं। [1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Singh, K. S. (2003). People of India: Volume XXII : Gujarat. Popular Prakashan. पपृ॰ 992–995. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8179911047.
  2. India's Communities. Oxford University Press. 1998. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-563354-2.
  3. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  4. Gujarat Gazetteers: Mehsana, Gujarat (India) (Gazetter). The Director, Government Printing, Stationery and Publications, Ahmadabad, Gujarat. 1975.
  5. Kumar Suresh Singh (1998). India's Communities, Volume 3. Oxford University Press, 1998. पृ॰ 2517. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0195633547.
  6. Venkatarama Raghavan (1975). Sanskrit and Indological Studies: Dr. V. Raghavan Felicitation Volume. Motilal Banarsidass, 1975. पपृ॰ 253. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0842608214.
  7. "Surname Meaning in gujarati".
  8. Gazetteer of the Bombay Presidency, Volume 9, Issue 1 (Gazetter). Government central Press. 1901.