नारकंडा
नारकंडा (Narkanda) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला ज़िले में स्थित एक नगर है। यह शिमला से 65 किमी दूर चीड़ के वन से घिरा हुआ एक पर्वतीय नगर है।[1][2]
नारकंडा Narkanda | |
---|---|
हाटू शिखर से नारकंडा | |
निर्देशांक: 31°15′25″N 77°27′29″E / 31.257°N 77.458°Eनिर्देशांक: 31°15′25″N 77°27′29″E / 31.257°N 77.458°E | |
देश | भारत |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
ज़िला | शिमला ज़िला |
तहसील | कुमारसैन |
ऊँचाई | 2708 मी (8,885 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 901 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, पहाड़ी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 171213 |
वाहन पंजीकरण | HP-95 |
विवरण
संपादित करेंनारकण्डा हिमालय की गोद में बसा एक छोटा शहर है जो अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और भारत के सबसे पहले स्कीइंग स्थल के लिए जाना जाता है। नारकंडा समुद्र तल से 2,700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, जिसके चारों ओर पर्वत की शृंखला और हरियाली है। इस जगह को 'फलों का कटोरा' भी कहा जाता है। यहां पर आप स्कीइंग के साथ-साथ ट्रैकिंग का आनन्द भी ले सकते हैं। यहाँ जंगली चीड़ के पेड़, लैवेंडर के सफ़ेद फूल भी देखने को मिलते हैं। इसलिए नारकंडा पूरे वर्ष पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना रहता है। नारकंडा की सड़कों पर आपको चेरी, सेब और देवदार के पेड़ देखने को मिल जाएंगे। साथ ही ठानेधार नामक स्थान सेब के बगीचों के लिए प्रसिद्ध है। जिन्हें बर्फ़ और पहाड़ों के बीच अच्छा लगता है वह कोटगढ़ घाटी को देखने आते हैं।
दर्शनीय स्थल
संपादित करेंहाटू शिखर
संपादित करेंनारकंडा की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है हाटू शिखर। इस जगह पर हाटू माता का मंदिर है। यह सबसे ऊंचाई पर स्थित है जो कि समुद्र तल से करीब 12,000 फुट ऊपर है। इस मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी हाटू माता की भक्त थीं और उन्होंने ही इस मंदिर को बनवाया था। यहां पर आप हिमालय की सभी दिशाओं का दर्शन कर सकते हैं। यह नारकंडा से 6 कि.मी. दूर है। इसके साथ ही इस जगह पर आप स्कीइंग का भी आनंद ले सकते हैं।
भीम का चूल्हा
संपादित करेंहाटू शिखर के पास में ही भीम का चूल्हा भी है जो कि हाटू मंदिर से 500 मीटर आगे है। इनके बारे में कहा जाता है कि पांडवों को जब अज्ञातवास मिला था तो वह चलते-चलते इसी जगह पर रूके थे और खाना भी यहीं बनाया था।
नारकंडा बाज़ार
संपादित करेंनारकंडा का बाज़ार उतना ही है जितनी की एक सड़क। इस बाज़ार में छोटी-छोटी दुकानें हैं जिनमें छोले-पूरी से लेकर कीटनाशक दवाइयां मिलती हैं।
आवागमन
संपादित करेंराष्ट्रीय राजमार्ग 5 यहाँ से गुज़रता है। शिमला से नारकंडा 2 घंटे में पहुंच सकते हैं। शिमला से नारकंडा की दूरी केवल 65 किलोमीटर है। विमान से निकटतम एयरपोर्ट भुंतर पहुंच सकते हैं। भुंतर से नारकंडा की दूरी लगभग 82 कि.मी. है। रेलगाड़ी से पहुँचने के लिए सबसे निकट का रेलवे स्टेशन शिमला है। कोटगढ़ और ठानेधार नारकंडा से 17 कि.मी. की दूरी पर हैं।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Himachal Pradesh, Development Report, State Development Report Series, Planning Commission of India, Academic Foundation, 2005, ISBN 9788171884452
- ↑ "Himachal Pradesh District Factbook," RK Thukral, Datanet India Pvt Ltd, 2017, ISBN 9789380590448