नियोजित अर्थव्यवस्था

नियोजित अर्थव्यवस्था (planned economy) ऐसी आर्थिक व्यवस्था होती है जहाँ विभिन्न माल और सेवाओं से सम्बन्धित निवेश, उत्पादन और वितरण सरकार द्वारा बनाई योजनाओं के अनुसार होता है। यह नियोजन केन्द्रीय स्तर पर, प्रान्तीय स्तर पर या अन्य किसी विधि से हो सकता है। अक्सर ऐसी अर्थव्यवस्थाओं में बाज़ार में कीमतें भी सरकार द्वारा निर्धारित होती हैं।[1][2] पूरी तरह से नियोजित अर्थव्यवस्थाओं में अक्सर एक अभाव अर्थव्यवस्था उतपन्न हो जाती है, जिसमें उपभोक्ताओं को आवश्यक चीज़ों की कमी होती है।[3][4]

सोवियत संघ में एक बाज़ार में भीड़। वहाँ पूरी तरह से सरकार द्वारा नियोजित अर्थव्यवस्था थी।

इन्हें भी देखें

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  1. H. Rush, "Managing innovation in complex product systems (CoPS)," IEE Colloquium on EPSRC Technology Management Initiative (Engineering & Physical Sciences Research Council), London, UK, 1997, pp. 4/1-4/4, doi: 10.1049/ic:19971215.
  2. Hagemann, Harold, 1987. "capital goods", The New Palgrave: A Dictionary of Economics, 1st Edition.[1]
  3. "Problems of the Planned Economy," Murray Milgate and Peter Newman, Palgrave Macmillan UK (Publisher), 1990, ISBN 9781349208630
  4. Samuelson, Paul A.; Nordhaus, William D (2004). Economics. McGraw-Hill. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-07-287205-7.