नेहरू पार्क दिल्ली

नेहरू पार्क

नेहरू पार्क दिल्ली (भारत) के डिप्लोमेटिक इंकलेव चाणक्यपुरी के एक सिरे पर स्थित है। यह लगभग 80 एकड क्षेत्र में फैला है। यहां विभिन्न किस्म के पेड, पौधे लगाये गये हैं। इस पार्क का नामकरण भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर किया गया है। पार्क की नींव 1969 में चाणक्यपुरी के निर्माण के समय रखी गई थी। इस पार्क के बीचों बीच गुलाब के पौधों की भरमार है जिनपर दिसंबर अथवा दूसरे महीनों में गुलाब के फूल खिला करते हैं। पार्क में चारों ओर धावन परिपथ बना हुआ है। यह सुबह शाम सैर या व्यायाम करने वालों के साथ ही धावकों और एथलीटों के बीच भी लोकप्रिय है। नेहरू पार्क में समय समय पर संगीत महोत्सव, सूफियाना संगीत, तबला वादन आदि किस्म के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है।

पार्क तीन हिस्सों में विभाजित है। अशोक होटल की तरफ से शुरू करने पर पहले भाग में मुख्य उद्यान स्थित है। मध्य भाग में प्राचीन शिव मंदिर है। इसे पांडव कालीन बताया जाता है। तीसरे भाग में तरण ताल है। इसका प्रयोग केवल नेहरू पार्क क्लब की सदस्यता रखने वाले सरकारी अधिकारी और उनके परिजन ही कर सकते हैं।

नेहरू पार्क के अशोक होटल वाले हिस्से में मौजूद तालाब के किनारे रूसी क्रांतिकारी व्लादीमीर लेनिन की अष्ठधातुअलोय से निर्मित मूर्ति लगी हुई है। इसका अनावरण रूसी क्रांति की सत्तरवीं जयंती के अवसर पर 1 नवम्बर 1987 को सोवियत संघ के प्रधानमंत्री निकोलाई रिझकोव और तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था। दिल्ली सरकार द्वारा इस मूर्ति को यहां से हटाने के तमाम प्रयास किये जाने के बावजूद कम्युनिस्ट संगठनों के प्रबल विरोध के चलते ऐसा करना संभव नहीं हो सका। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सदस्य और उसकी सांस्कृतिक इकाई जन नाट्य मंच के सदस्य यहां आमतौर पर हर वर्ष लेनिन के जन्मोत्सव के अवसर पर जमा होकर कविता पाठ करते हैं तथा क्रांतिकारी गीत गाते हैं।