पक्षधर[1] हिंदी की एक पत्रिका है। हिंदी जनक्षेत्र के साहित्यिक और सांस्कृतिक निर्माण में रचनात्मक योगदान इस पत्रिका का लक्ष्य है। इसका पहला अंक सन् 1975 में निकला था। प्रसिद्ध कथाकार दूधनाथ सिंह इसके संपादक थे | देश में आपातकाल लागू हो जाने से यह पत्रिका अपने पहले अंक के साथ ही बंद हो गयी। सन् 2007 से विनोद तिवारी [2] के संपादन में इसका पुनः प्रकाशन हो रहा है।

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें
  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 जनवरी 2016.
  2. पंकज कुमार बोस. "सत्रहवें अंक के साथ 'पक्षधर' की प्रतीक्षा का एक दौर ख़त्म हो गया". हरिभूमि. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर ३१, २०१५. नामालूम प्राचल |Date= की उपेक्षा की गयी (|date= सुझावित है) (मदद)