पसली
कशेरुकी प्राणियों में पसलियाँ (ribs) वह लम्बी, चापदार हड्डियाँ होती हैं जिन से पसली पिंजर बना हुआ होता है। चौपाये प्राणियों में पस्लियाँ वक्ष गुहा को सुरक्षित रखती हैं, जिसमें हृदय, फेफड़े, श्वासनली, ग्रासनली, थाइमस ग्रंथि, इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण अंग स्थित होते हैं। श्वास लेते हुए फैलते-सिकुड़ते हुए फेफड़े इस पिंजर के भीतर रहते हैं। सर्प जैसे कुछ प्राणियों में पस्लियाँ पूरे शरीर को ढांचा देती हैं और सुरक्षित रखती हैं।[1][2]
चित्रदीर्घा
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मानव पस्लियाँ (लाल में)। इनकी संख्या 24 होती है, 12 बाएँ और 12 दाएँ।
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श्वान की पस्लियाँ
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एक मानव पसली
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Wingerd, Bruce (1994). The Human Body: Concepts of Anatomy and Physiology. Fort Worth: Saunders College Publishing. pp. 11–12. ISBN 0-03-055507-8.
- ↑ "Abdominal cavity". Encyclopædia Britannica. I: A-Ak – Bayes (15th ed.). Chicago, Illinois: Encyclopædia Britannica, Inc. 2010. pp. 19–20. ISBN 978-1-59339-837-8.