पेशावर की लड़ाई १८३४
पेशावर की लड़ाई 6 मई, 1834 को सिख साम्राज्य और अफगानों के बीच हुई, जो दुर्रानी साम्राज्य के उत्तराधिकारी थे।[1] महाराज रणजीत सिंह ने जनरल हरि सिंह नलवा को भेजा। संक्षिप्त लड़ाई के बाद, हरि सिंह नलवा ने शहर पर कब्जा कर लिया। पेशावर के कब्जे की खबर जल्दी ही काबुल तक पहुंच गई।[2] हरि सिंह नलवा को महाराजा रणजीत सिंह द्वारा शहर का राज्यपाल नियुक्त किया गया।[3]
पेशावर की लड़ाई, १८३४ | |||||||||
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योद्धा | |||||||||
सिख साम्राज्य | दुर्रानी साम्राज्य | ||||||||
सेनानायक | |||||||||
हरि सिंह नलवा, महाराजा रणजीत सिंह | सुल्तान मुहम्मद खान |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Jaques, Tony. Dictionary of Battles and Sieges. Greenwood Publishing Group. पृ॰ 790. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780313335365. अभिगमन तिथि 31 July 2010.
- ↑ Jaques, Tony. Dictionary of Battles and Sieges. Greenwood Publishing Group. पृ॰ 790. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780313335365. अभिगमन तिथि 31 July 2010.
- ↑ Baker, Kevin James. War in Afghanistan. Rosenberg Publishing. पृ॰ 29. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781921719394.[मृत कड़ियाँ]