प्रत्यागामी इंजन
प्रत्यागामी इंजन (reciprocating engine) को पिस्टन इंजन भी कहा जाता है। प्रत्यागामी इंजन में एक या अधिक पिस्टन होते हैं जो प्रत्यागामी गति (reciprocating motion) करते हैं और इस प्रकार दाब का समुचित ढ़ंग से गति में परिवर्तन करते हैं। पिस्टन की यह प्रत्यागामी गति अन्तत: क्रैंक एवं क्रैंक-शाफ्ट की सहायता से घूर्णन गति में बदल दी जाती है। प्रत्यागामी इंजन, वाह्य दहन इंजन तथा अन्तर्दहन इंजन दोनो में प्रयुक्त होता है।

अन्तर्दहन पिस्टन इंजन
किसी चार स्ट्रोक वाले सामान्य अन्तर्दहन पिस्टन इंजन के मुख्य अवयव -
E - वहिर्द्वार कैमशाफ्ट (Exhaust camshaft)
I - प्रवेशद्वार कैमशाफ्ट (Intake camshaft)
S - स्पार्क प्लग
V - वाल्व
P - पिस्टन
R - योजक छड़ (Connecting rod)
C - क्रैंकशाफ्ट (Crankshaft)
W - शीतलक (जल) के प्रवाह के लिये जैकेट
किसी चार स्ट्रोक वाले सामान्य अन्तर्दहन पिस्टन इंजन के मुख्य अवयव -
E - वहिर्द्वार कैमशाफ्ट (Exhaust camshaft)
I - प्रवेशद्वार कैमशाफ्ट (Intake camshaft)
S - स्पार्क प्लग
V - वाल्व
P - पिस्टन
R - योजक छड़ (Connecting rod)
C - क्रैंकशाफ्ट (Crankshaft)
W - शीतलक (जल) के प्रवाह के लिये जैकेट
बाहरी कड़ियाँसंपादित करें
- HowStuffWorks: How Car Engines Work
- Reciprocating Engines at Infoplease
- Piston Engines US Centennial of Flight Commission