कृषि आधारित हर समाज या देश में फसल पकने और अनाज घर आने के उपलक्ष्य में कई तरह के पर्व मनाये जाते हैं। विभिन्न फसलों पर विभिन्न तरह के पर्व मनाये जाते हैं। किसान फसलों को अपनी मेहनत के साथ साथ प्रकृति का वरदान और उपहार भी मानता है। उसे लगता है कि प्रकृति ने उसकी मेहनत से प्रसन्न होकर फसल का उपहार उसे प्रदान किया है। प्रकृति देवता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हर फसल की पैदावार के बाद कोई न कोई पर्व मनाया जाता है। फसल की पैदावार के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले पर्व को फसल पर्व कहते हैं।

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