फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार
फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार एक अंतरराष्ट्रीय बहिष्कार अभियान है, जो 22 अक्टूबर, 2020 को टूलूज़ और मोंटेपेलियर जैसे शहरों में फ्रांसीसी होटलों के सामने इस्लामी पैगम्बर मुहम्मद साहब की अपमानजनक तसवीर और टिप्पणियां प्रकाशित कि गई थी, साथ फ्रांसीसी पत्रिका चार्ली एबदो के समर्थन राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने भाषण दिया की कार्टून बनाना भी एक पत्रिका स्वतंत्रता है क्योंकि सबसे पहले फ्रांस में चार्ली एबदो ने ही पैगम्बर का कार्टून प्रकाशित किया था। जिसके बाद इस्लामिक दुनिया में बहिष्कार शुरू किया गया था। प्रकाशन के कुछ दिनों बाद एक फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल ने कक्षा में छात्रों को पैगम्बर की तस्वीरें दिखाई जिसके बाद एक मुस्लिम छात्र ने शिक्षक की हत्या कर दी। विश्व के विभिन्न देशों में फ्रांसीसी राष्ट्रपति की आलोचना की गयी थी।[2].[3]
फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार | |||||
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प्रति देश में हजारों की संख्या में. |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ https://eurasiantimes.com/boycottrafales-indian-muslims-protests-against-emanuel-macron-vow-to-boycott-all-french-products/#:~:text=South%20Asia-,%23BoycottRafales%3A%20Indian%20Muslims%20Protests%20Against%20Emanuel%20Macron%2C%20Vow,To%20Boycott%20All%20French%20Products&text=Like%20many%20other%20Islamic%20nations,the%20caricature%20of%20Prophet%20Mohammad.
- ↑ https://zeenews.india.com/world/turkey-and-pakistans-campaign-to-boycott-french-products-backfires-as-saudi-arabia-steps-in-2321103.html
- ↑ https://www.amarujala.com/lucknow/muslims-boycott-french-products-personal-board#:~:text=%E0%A4%91%E0%A4%B2%20%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AE%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%A8%E0%A4%B2%20%E0%A4%B2%E0%A5%89,%E0%A4%88%E0%A4%B6%20%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%A8%20%E0%A4%B2%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A5%A4