बिहार विद्यापीठ भारत का एक शैक्षणिक संस्थान है जिसकी स्थापना राष्ट्रीय शिक्षा आन्दोलन के अन्तर्गत मोहनदास करमचन्द्र गांधी द्वारा ६ फरवरी, १९२१ को की गयी थी।[1] भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में इसकी महती भूमिका रही।[2] सन १९४२ में अंग्रेज सरकार ने इसे जब्त कर लिया था। इसे डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने पटना में आरम्भ किया था। इसके लिये मौलाना मज़रुल हक़ ने भूमि प्रदान की थी। इसकी पहली संस्था पटना-गया मार्ग पर खोली गयी थी जिसे आजकल बुद्ध मार्ग कहा जाता है। इसका उद्घाटन मोहम्मद अली जौहर, कस्तूरबा गांधी और महात्मा गांधी ने किया था। सन २०२२ में इस संस्थान को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव किया गया था। [3]

बिहार विद्यापीठ

स्थापितफ़रवरी 6, 1921 (1921-02-06)
प्रकार:सार्वजनिक विश्वविद्यालय
मान्यता/सम्बन्धता:बिहार राज्य शिक्षा बोर्ड
अध्यक्ष:विजय प्रकाश
अवस्थिति:, भारत
जालपृष्ठ:drpspm.biharvidyapeeth.edu.in

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बाहरी कड़ियाँ

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