ब्रिक्स

ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का संघ

ब्रिक्स (BRICS) उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के एक संघ का शीर्षक है। इसके घटक राष्ट्र ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इन्हीं देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथमाक्षरों B, R, I, CS से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है।[1] इसकी स्थापना 2009 में हुई,और इसके ५ सदस्य देश है। मूलतः, 2010 में दक्षिण अफ्रीका के शामिल किए जाने से पहले इसे "ब्रिक" के नाम से जाना जाता था। रूस को छोडकर[2], ब्रिक्स के सभी सदस्य विकासशील या नव औद्योगीकृत देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। ये राष्ट्र क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। वर्ष २०१९ तक, पाँचों ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया की लगभग ४२% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और एक अनुमान के अनुसार ये राष्ट्र संयुक्त विदेशी मुद्रा भंडार में ४ खरब अमेरिकी डॉलर का योगदान करते हैं। इन राष्ट्रों का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद १५ खरब अमेरिकी डॉलर का है। ब्रिक्स देशों का वैश्विक जीडीपी में 23% का योगदान करता है तथा विश्व व्यापार के लगभग 18% हिस्से में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे R-5 के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इन पांचों देशों की मुद्रा का नाम 'R' से शुरू होता है। [3] वर्तमान में, चीन ब्रिक्स का14th समूह की अध्यक्षता करता है। ब्रिक्स का 13th शिखर सम्मेलन भारत में हुआ।

ब्रिक्स सम्मेलन संपादित करें

प्रारंभिक चार ब्रिक राष्ट्रॊ (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) के विदेश मंत्री सितंबर 2006 में न्यूयॉर्क शहर में मिले और उच्च स्तरीय बैठकों की एक श्रृंखला की शुरुआत की। १६ जून २००८ को एक पूर्ण पैमाने की राजनयिक बैठक को येकतेरिनबर्ग, रूस में आयोजित किया गया था।[4]

दक्षिण अफ्रीका का प्रवेश संपादित करें

2010 में, दक्षिण अफ्रीका ने ब्रिक ग्रुप में शामिल होने के प्रयास शुरू किए, और इसके औपचारिक प्रवेश की प्रक्रिया इसी वर्ष अगस्त में शुरू हुई।.[5] समूह में शामिल होने के लिए ब्रिक देशों द्वारा औपचारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बाद, 24 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका आधिकारिक तौर पर ब्रिक ग्रुप का एक सदस्य राष्ट्र बन गया। समूह का नाम बदलकर ब्रिक्स कर दिया गया, जिसमें "एस" दक्षिण अफ्रीका को प्रतिबिम्बित करता है।[6] अप्रैल 2011 में, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति, जैकब ज़ुमा, 2011 में सान्या, चीन में हुये ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में एक पूर्ण सदस्य के रूप में हिस्सा लिया था।[7][8][9]

पहला ब्रिक शिखर सम्मेलन 2009 संपादित करें

 
प्रथम ब्रिक शिखर सम्मेलन के नेतागण

ब्रिक समूह का पहला औपचारिक शिखर सम्मेलन, येकतेरिनबर्ग, रुस में १६ जून २००९ लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा (ब्राजील), दिमित्री मेदवेदेव(रूस), मनमोहन सिंह (भारत) और हू जिन्ताओ (चीन) की अध्यक्षता में हुआ। शिखर सम्मेलन का मुख्य मुद्दा वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और वित्तीय संस्थानों में सुधार का था।

दूसरा ब्रिक शिखर सम्मेलन, 2010 संपादित करें

द्वितीय सम्मेलन-ब्राज़ील

 
Bric 2010
 
BRIC2010

तीसरा ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2011 संपादित करें

तृतीय सम्मेलन- चीन

चित्र:Dmitry Medvedev in चीन 14 अप्रैल 2011-6.jpeg
Dmitry Medvedev in चीन 14 अप्रैल 2011-6

चौथा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2012 संपादित करें

चौथा सम्मेलन- नई दिल्ली,भारत

 
Dmitry Medvedev BRICS summit 2012-15

पाँचवाँ ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2013 संपादित करें

पाँचवाँ - दक्षिण आफ्रिका

छठा ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2014 संपादित करें

छठा- ब्राज़ील

 
ब्रिक्स सम्मेलनमे सभी देशों के नेता गण

सातवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2015 संपादित करें

सातवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2015 में रूस के संघीय क्षेत्र बाश्कोर्तोस्तान के ऊफा में सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य विषय ब्रिक्स साझेदारी वैश्विक विकास का एक शक्तिशाली कारक था।

8वाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2016 संपादित करें

2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों का आठवाँ वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन भारत के गोवा शहर में 15 से 16 अक्टूबर 2016 को किया गया था।

9वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2017 संपादित करें

2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन वर्तमान में ब्रिक्स का नौवां वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन चीन के शियामेन शहर में 3–5 सितबंर 2017 को किया गया था।

10वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2018 संपादित करें

2018 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों की दसवीं वार्षिक शिखर सम्मेलन है, इसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 25–27 जुलाई 2018 को किया गया था।

11वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2019 संपादित करें

2019 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों की ग्यारहवीं वार्षिक शिखर सम्मेलन है, इसका आयोजन[ब्राज़ील ]की राजधानी [ब्रसिलिया] में 13–14 नवम्बर 2019 को किया गया था।इसका थीम economic growth for an innovative future था।

ब्रिक्स क्या है स्थापना और इसका उद्देश्य संपादित करें

ब्रिक्स स्थापना और इसका उद्देश्य

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "New era as South Africa joins BRICS" Archived 2011-04-18 at the वेबैक मशीन. SouthAfrica.info. 11 अप्रैल 2011. Retrieved 2 दिसम्बर 2012.
  2. "रूस-संयुक्त राष्ट्र". Ministry of Foreign Affairs of the रूसn Federation. रूस along with other developed countries reaffirmed the pledges to provide aid to developing countries[मृत कड़ियाँ] (emphasis added). Retrieved 2011-10-17.
  3. "Amid BRICS' rise and 'Arab Spring', a new global order forms" Archived 2011-10-20 at the वेबैक मशीन. Christian Science Monitor. 18 अक्टूबर 2011. Retrieved 2011-10-20.
  4. Cooperation within BRIC. Kremlin.ru. Retrieved 2009-06-16. 2009-06-19.
  5. Graceffo, Antonio (21 January 2011). "BRIC Becomes BRICS: Changes on the Geopolitical Chessboard". Foreign Policy Journal. मूल से 26 जनवरी 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 April 2011.
  6. Blanchard, Ben and Zhou Xin (14 April 2011). "UPDATE 1-BRICS discussed global fznsvmonetary reform, not yuan" Archived 2017-06-20 at the वेबैक मशीन. Reuters Africa. Retrieved 26 April 2013.
  7. "South Africa joins BRIC as full member". Xinhua. 24 December 2010. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 April 2011.
  8. "BRICS countries need to further enhance coordination: Manmohan Singh". Times Of India. 12 April 2011. मूल से 17 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 April 2011.
  9. "BRICS should coordinate in key areas of development: PM". Indian Express. 10 April 2011. मूल से 16 अप्रैल 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 April 2011.