भानुभक्तीय रामायण

संस्कृत का महाकव्य्

भानुभक्तीय रामायण या सामान्य तौर पर रामायण वाल्मीकीय रामायण का आदिकवि भानुभक्त आचार्य द्वारा अनुदित संस्करण है।[1] यह आचार्य की मृत्यु के बाद 1887 में अपने पूर्ण रूप में प्रकाशित हुआ था। इसे नेपाली में प्रकाशित पहला महाकाव्य माना जाता है और इसीलिए इसमें उपयुक्त लय को भानुभक्तीय लय का नाम दिया गया है।[2] नेपाली भाषा के पहले महाकाव्य निर्माण करनेवाले व्यक्ति के तौर पर परिचित भानुभक्त को इसीलिए नेपाल के आदिकवि की उपाधि दी गई है।

भानुभक्तीय रामायण
लेखकभानुभक्त आचार्य
मूल शीर्षकभानुभक्तको रामायण
भाषानेपाली
शैलीधर्म
प्रकाशकसाझा प्रकाशन
प्रकाशन स्थाननेपाल
पृष्ठ256
आई.एस.बी.एन9789993325970

पृष्ठभूमि

संपादित करें

इस किताब के प्रकाशन को नेपाल में हिंदू धर्म के प्रजातंत्रीकरण में उठाया गया पहला क़दम माना जाता है क्योंकि इसके माध्यम से आम जनता को अपनी मातृभाषा में हिंदू इतिहास के दो स्तंभों में से एक की पहुँच प्राप्त हुई, जिसकी वजह से धर्म ग्रंथों की शिक्षा और व्याख्या में ब्राह्मण पंडितों के नायकत्व पर रोक लगा।[3][4] दूसरी ओर, कई लोग नेपाल में अन्य भाषाओं के बजाय नेपाली भाषा और साहित्य के नायकत्व स्थापित करवाने में निर्वाहित भूमिका को कारण बताते हुए इस किताब की निंदा करते हैं।[4] यह किताब और इसके रचयिता को नेपाल के बाहर भी नेपाली समुदायों में उच्च दर्जा दिया जाता है।

विकास और प्रकाशन इतिहास

संपादित करें

भानुभक्तीय रामायण यहाँ-वहाँ थोड़े बदलाव के सिवा अधिकांश तौर पर वाल्मीकीय रामायण से अनुवाद किया गया है। आचार्य ने 1844 तक बालकांड का अनुवाद और 1853 तक युद्धकांड और उत्तरकांड का अनुवाद समाप्त कर लिया था। 1869 में आचार्य की मृत्यु हुई। 1887 में संपूर्ण भानुभक्तीय रामायण का प्रकाशन हुआ।[1]

रूपांतरण

संपादित करें

भानुभक्तीय रामायण अंग्रेज़ी सहित विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया गया है।[2] 1990 के दशक में सुबह के धार्मिक प्रसारण के तौर पर रेडियो नेपाल में महाकाव्य का प्रसारण किया जाता था। उसी दशक में म्यूज़िक नेपाल ने भी इसका श्रव्य सार्वजनिक किया। महाकाव्य के विभिन्न अंशों को ख़ुद की कविताओं के तौर पर नेपाली भाषा और साहित्य से संबंधित किताबों में समावेश किया गया है।[1]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. "Bhanubhakta Ramayana" [भानुभक्तीय रामायण] (PDF). ऐकडेमिया. Retrieved 28 फ़रवरी 2022.[मृत कड़ियाँ]
  2. "English translation of Bhanubhakta's 'Ramayana' released" [भानुभक्त के 'रामायण' का अंग्रेज़ी अनुवाद प्रकाशित]. बिज़नेस स्टैंडर्ड इंडिया. प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया. 27 जून 2016 – via बिज़नेस स्टैंडर्ड.
  3. "A people's history" [जन इतिहास]. काठमांडू पोस्ट. Archived from the original on 3 जुलाई 2018. Retrieved 28 फ़रवरी 2022.
  4. "The democratization of the Nepali language" [नेपाली भाषा का प्रजातंत्रीकरण]. काठमांडू पोस्ट. Archived from the original on 24 जून 2019. Retrieved 28 फ़रवरी 2022.