भारत-वियतनाम सम्बन्ध
भारत और वियतनाम के बीच अत्यन्त मधुर द्विपक्षीय सम्बन्ध हैं। दोनों देशों के बीच के सांस्कृतिक और आर्थिक सम्बन्ध तो द्वितीय शताब्दी से भी पुराने हैं।.[1] भारतीय संस्कृति से ओत प्रोत चम्पा राज्य के संगीत ने वियतनाम की संगीत पर अमिट छाप छोड़ी है।[1] वर्तमान समय में भारत और वियतनाम के सम्बन्ध अत्यन्त प्रगाढ़ हैं और आपसी राजनैतिक महत्व के अनेक क्षेत्रों को समेटे हुए हैं।[2] वियतनाम युद्ध के समय भारत ने अमेरिका की भूमिका की कड़े शब्दों में निन्दा की थी। कम्बोडिया-वियतनाम युद्ध के समय वियतनाम की सहायता करने वाले गिने-चुने गैर-साम्यवादी देशों में भारत भी शामिल था।[2]
भारत |
वियतनाम |
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Diplomatic Mission | |
नई दिल्ली (वियतनाम का राजदूतावास) | हनोई (भारतीय राजदूतावास) |
१९९२ में भारत और वियतनाम ने विस्तृत द्विपक्षीय आर्थिक सम्बन्धों की स्थापना की जिसमें तेल की खोज, कृषि तथा विनिर्माण सम्मिलित हैं।[2] भारत की 'पूर्व की ओर देखो' नीति के कारण दोनों के सम्बन्ध और भी प्रगाढ़ हुए हैं, विशेष रूप से रक्षा के क्षेत्र में।[3] दोनों के बीच सैन्य सम्बन्ध के अन्तर्गत सैन्य सामग्री का विक्रय, गुप्त सूचनाओं का आदान-प्रदान, संयुक्त नौसैनिक अभ्यास, तथा आतंक के विरुद्ध प्रशिक्षण तथा वन में युद्धकर्म के क्षेत्र उल्लेखनीय हैं।[4] भारत अपने युद्धपोत प्रायः वियतनाम के मैत्री-यात्रा पर भेजता रहता है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Sharma, Geetesh (2010). Trace of Indian Culture in Vietnam. राजकमल प्रकाशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788190540148.
- ↑ अ आ इ Frost, Frank (1993). Vietnam's foreign relations: dynamics of change. Institute of Southeast Asian. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789813016651.
- ↑ Nanda, Prakash (2003). Rediscovering Asia: evolution of India's look-east policy. Lancer Publishers. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788170622970.
- ↑ Blank, Stephen. Natural Allies?: Regional Security in Asia and Prospects for Indo-American Strategic Cooperation. DIANE Publishing.