भारतीय रेल दुर्घटनाओं की सूची

(भारत में रेल दुर्घटना से अनुप्रेषित)

रेलवे दुर्घटनाएँ कदाचित् उनके प्रभवों से वर्गीकृत होती हैं। उदाहरण के लिए : सिर पर टक्कर, पीछे के भाग से टकराव, बाजु से टकराव, पटरी से उतरना, आग, विस्फोट इत्यादि। कारणों द्वारा वें वैकल्पिक रूप से भी वर्गीकृत की जा सकती है, उदाहरण के लिए : चालक और संकेतकरने वाले का दोष; ईंजन या डिब्बों के यान्त्रिक भाग की विफलता, पटरियाँ और सेतु; बर्बरता, तोड़फोड़ और आतंकवाद; स्तर को पार करने में दुरुपयोग और अतिक्रमण; प्राकृतिक कारणों से जैसे - बाढ़ और धूँध;  भयप्रद (खतरनाख) सामान लेजाने के सङ्कट; ब्रेक की प्रभावशीलता; और सञ्चालन नियमों का समौच। भारत की सबसे घातक रेल दुर्घटना: बिहार रेल दुर्घटना (750+ मारे गए), इसके बाद फिरोजाबाद रेल दुर्घटना (358 मारे गए), 2023 ओडिशा ट्रेन टक्कर (290+ मारे गए), गैसल ट्रेन दुर्घटना (285 मारे गए), खन्ना रेल आपदा (212) मारे गए), रफीगंज ट्रेन के मलबे (200 मारे गए), 1964 रामेश्वरम चक्रवात के कारण पम्बन ब्रिज दुर्घटना (150+ मारे गए) और ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई (148 मारे गए)।[1]

  • ५ नवंबर १८९१ – नागपुर के पास एक मेल ट्रेन के पटरी से उतर जाने से, १० यात्रियों की मृत्यु और अन्य ३४ आहत।[2]

२०००-२०१०

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  • ३१ मई, २००१- उत्तर प्रदेश में एक रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ी बस और रेल के टक्कर में ३१ लोग मारे गए।
  • ५ जनवरी, २००२: महाराष्ट्र के घाटनदुर स्टेशन पर सिकंदराबाद-मनमाडएक्सप्रेस के एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा जाने से २१ लोगों मारे गए और ४१ घायल हो गए।
  • २३ मार्च, २००२: पटना से मुंबई जाने वाली लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस की १३ बोगियों के मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में पटरी से उतर जाने से सात लोग घायल हो गए।
  • १२ मई, २००२ - नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से १२ लोगों की मृत्यु हो गई।
  • ९ सितंबर, २००२: बिहार के औरंगाबाद जिले में हावड़ा-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की एक बोगी के धावे नदी में गिर जाने से सौ यात्री मारे गए और डेढ़ सौ घायल हो गए।
  • १५ मई, २००३: अमृतसर जाने वाली फ्रंटियर मेल की तीन बोगियों में आग लग जाने से महिलाओं एवं बच्चों सहित ३८ लोग मारे गए एवं १३ लोग घायल हो गए।
  • २२ जून, २००३: करवार-मुंबई सेंट्रल हॉलीडे विशेष ट्रेन के महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के वैभववाड़ी स्टेशन पार करते ही पटरी से उतर जाने से ५३ लोग मारे गए एवं २५ लोग घायल हो गए।
  • २ जुलाई, २००३: वारंगल में ट्रेन का इंजन एवं इसके साथ लगे दो बोगियों के एक पुल से गिर जाने से १८ लोग मारे गए।
  • २७ सितंबर, २००४: गुवाहाटी जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में मानव रहित फाटक पर एक ट्रक से टकरा जाने से ३० लोग मारे गए।
  • १५ दिसम्बर, २००४: पंजाब के जालंधर से ४० किलोमीटर दूर अहमदाबाद जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस के लोकल ट्रेन से आमने-सामने हुई टक्कर में ११ महिलाओं सहित ३४ लोग मारे गए और लगभग ५० लोग घायल हो गए।
  • फ़रवरी २००५- महाराष्ट्र में एक रेलगाड़ी और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में कम से कम ५० लोगों की मौत हो गई और लगभग इतने ही घायल हुए।
  • २१ अप्रैल, २००५- गुजरात में बड़ोदरा के पास साबरमती एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम १७ लोगों की मौत हो गई और ७८ अन्य घायल हो गए।
  • १८ अगस्त, २००६: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पास चेन्नई-हावड़ा एक्सप्रेस की दो बोगियों में आग लग गई।
  • ९ नवंबर, २००६: पश्चिम बंगाल में एक रेल दुर्घटना में लगभग ४० लोग मारे गए और १५ लोग घायल हो गए।
  • १ दिसम्बर, २००६: बिहार के भागलपुर जिले में डेढ़ सौ वर्ष पुराने एक पुल को तोड़ने के दौरान यह वहां से गुजर रही एक ट्रेन पर गिर गया, जिसमें ३५ लोग मारे गए एवं १७ लोग घायल हो गए।
  • १६ अप्रैल, २००७ - तमिलनाडु में थिरुमातपुर के कांचीपुरम गांव के पास एक ट्रेन और मिनीबस की टक्कर हो गई जिसमें कम से कम ११ लोग मारे गए।
  • अगस्त २००८ - सिकंदराबाद से काकिनाडा जा रही गौतमी एक्सप्रेस में देर रात आग लगी, इसके कारण ३२ लोग मरे जबकि कई घायल।
  • १३ फरवरी, २००९: उड़ीसा के जयपुर रोड स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस की १२ बोगियां पटरी से उतर गई। इसमें १५ लोगों की मौत हो गई और ५० से अधिक लोग घायल हो गए।
  • २१ अक्टूबर, २००९: मथुरा के निकट हुई रेल दुर्घटना में गोवा संपर्कक्रांति एक्सप्रेस, मेवाड़ एक्सप्रेस से टकरा गई, जिसमें २२ लोग मारे गए और २० यात्री घायल हुए।
  • 20 नवंबर, 2016: कानपुर उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे, 100 से ज्यादा यात्रियों की मौत जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल.

२०२३- २०२४

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११ अक्टूबर, २०२३: बिहार के रघुनाथ पुर मे ट्रेन हादसा में करीब 4 लोगों की मौत होने के साथ साथ 50 से भी अधिक लोगों ने घायल हुआ है।[3]

१७ जून २०२४ पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में ट्रेन हादसा: मालगाड़ी ने Archived 2024-06-17 at the वेबैक मशीन कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मारी; रेल मंत्री ने घोषणा की कि 7 लोगों की मृत्यु के पर ₹10 लाख की, ₹2.5 लाख गंभीर चोट पर, और ₹50,000 हल्की चोट पर मुआवजा राशि की।

  1. "1981 Bihar to 2023 Balasore train accident in Odisha, here are India's deadliest rail accidents".
  2. Disaster to Indian mail train, The Glasgow Herald (6 November 1891)
  3. Somya (2023-10-12). "बिहार रेल दुर्घटना: फिर एक बार भारत में हुई ट्रेन दुर्घटना, लोगों का कहना है कि भारतीय रेलवे को नजर लग गई है।". मूल से 13 अक्तूबर 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-10-12.

बाहरी कड़ियाँ

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