भेलपुरी (मराठी भेळ) एक चटपटा नाश्ता एवं यह प्रकार का चाट भी है। यह मूढ़ी (चावल से बना हुआ) सब्जियों और इमली की चटनी को मिलाकर बनाया जाता है। [2]

भेलपूरी
उद्भव
वैकल्पिक नाम भेल(महाराष्ट्र), भेल, चूरू मुरी / चूरूमुरी (कर्नाटक),[1] झाल मुरी (कोलकाता), झाल मुढ़ी (ओड़िशा)
संबंधित देश भारत
देश का क्षेत्र महाराष्ट्र, नेपाल, गुजरात, ओड़िशा, बंगाल, मैसूर, कर्नाटक
व्यंजन का ब्यौरा
मुख्य सामग्री मुरमुरे, सेवई
अन्य प्रकार सेवपुरी, दही पूरी, सेव पपड़ी चाट

भेल की पहचान अक्सर मुंबई के समुद्र तटों के साथ की जाती हैं जैसे गिरगांव या जुहू के समुद्र तट। भेलपुरी का जनम मुंबई की स्ट्रीट फूड स्टालों में हुआ एवं यह चटपटा नाश्ता भारत के ज्यादातर हिस्सों में फ़ैल गया एवं स्थानीय स्वाद को ध्यान में रखते हुए इसमें थोड़े बहुत परिवर्तन किये गए। इसकी यही विशेषता ने इससे संपूर्ण भारत में लोकप्रिय बना दिया। यह भी कहा जाता हैं कि भेलपुरी का जन्म पश्चिमी महाराष्ट्र से एक मसालेदार नमकीन भडंग से हुआ है। सूखी भेल, भडंग से बनाया गया है, भेलपुरी के कोलकाता संस्करण को झाल मूरी के नाम से जाना जाता हैं। भेलपुरी के मैसूर संस्करण को चुरुमुरी या बैंगलोर में चुर्मुरी के नाम से जाना जाता है। भेलपुरी का एक सुखा प्रकार बहुप्रचलित भडंग के रूप में जाना जाता है जिससे प्याज, धनिया और नींबू के रस के साथ सजाया जाता है।

 
एक बंगाली अखबार पर परोसा गया बंगलादेशी भेलपूरी।

पहली बार भेलपुरी कहा पर तैयार की गयी थी इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं है, लेकिन यह संभावना हैं कि इसकी उत्पति मुंबई के कैफे और स्ट्रीट फूड स्टालों हुई है। भेलपुरी चाट परिवार (समूह) का सदस्य है, जो नमकीन और चटपटा नास्ता होता है और संपूर्ण भारत भर में ठेले पर बेचा जाता है।

आमतौर पर इस्तेमाल सामग्री

संपादित करें
 
घर में भेल बनाने की तैयारी

भेलपूरी को मुड़, सेव (बेसन के आटे से बना हुआ पतली नूडल्स की तरह आकार का एक नाश्ता) उबले हुए आलू, प्याज, चाट मसाला इत्यादि से बनाया जाता है। [3] भेलपुरी में एक ठेठ गुजरती व्यंजन की तरह मीठा, नमकीन, तीखा और मसालेदार जायके का मिश्रण होता हैं। अन्य आमतौर पर इस्तेमाल सामग्री टमाटर, और मिर्च शम्मिल हैं जो इसके आधार के तौर पर तैयार की जाती हैं। उत्तरी भारत में भेलपुरी में उबले आलू के छोटे टुकड़ों में काट कर डाला जाता है। [4]

विभिन्न प्रकार की चटनियों के मिलने से इसमें मीठा,चटपटा एवं मसालेदार स्वाद का मजा आता है। मुख्य रूप से इसमें दो प्रकार की चटनियों का उपयोग किया जाता है: एक गहरे भूरे की चटनी जो खजूर एवं इमली (सौंठ चटनी) से मिलकर बने जाती हैं। दूसरा हरे रंग की मसालेदार चटनी जो हरा धनिया और हरी मिर्च को मिलकर बनाया जाता हैं।

 
उपर से दही के साथ भेलपुरी

भेलपूरी को कभी कभी पापड़ी पूरी के साथ भी परोसा जाता है।

भेलपूरी के अन्य प्रकार:

सेवपुरी - भेलपुरी, चटनी, पापड़ी और सेव का एक मिश्रण।

दही पूरी - भेलपुरी, चटनी पापड़ी का एक मिश्रण जिसमे दही भी डाला जाता हैं।

सेव पापड़ी चाट – बहुत हद तक सेवपुरी की तरह लेकिन इसमें 2-3 प्रकार की चटनी, आलू, चना मसाला साथ परोसा जाता है।

चुरमुरी - इस बारीक कटी हुई प्याज, टमाटर, धनिया के टुकड़े में साथ मिर्च और नारियल तेल की कुछ बूँदें मिलाया जाता है।

 
भेलपुरी तैयार करते एक सड़क किनारे का विक्रेता

भेलपूरी को कई तरह से परोसा जा सकता है, लेकिन इसे आमतौर पर शंकु के रूप में फोल्ड किए जाने वाले पेपर में परोसा जाता है और इसे खाने के लिये पेपर स्पून या पापड़ी का इस्तमाल किया जाता है, जो स्वयं भेल पुरी का खाद्य घटक है। या फिर इसे एक थाली एक थाली में परोसा जाता है।















  1. "Churmuri". डी टेस्ट ऑफ़ मैसूर. मूल से 22 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अगस्त २०१६.
  2. प्राइस, जेन (२००७). गौर्मेट वेजीटेरियन: डी वेजीटेरियन रेसिपीज यू मस्ट हैवे. मुर्दोच बुक्स. पपृ॰ २५६. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ ९७८-१-९२१२५९-०९-८ |isbn= के मान की जाँच करें: invalid character (मदद). मूल से 5 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 अगस्त 2016.
  3. गुप्ता, नीरू. "भेलपुरी". नीरू गुप्ता. मूल से 13 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अगस्त २०१६.jug
  4. हार्फम], [एडिटर जोए (२००४). द एसेंशियल राइस कुकबुक. सिडनी (न.स.व.): मुर्दोच बुक्स. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ १-७४०४५-५४०-१ |isbn= के मान की जाँच करें: invalid character (मदद). मूल से 11 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 अगस्त 2016.