भैरव अर्याल
भैरव अर्याल (वि. सं. १९९३ - वि. सं. २०३३) नेपाली भाषा के प्रसिद्ध हास्यव्यंग्य निबन्धकार है।[1] उनका हास्यव्यंग्यका निबन्ध बहुत चर्चित हैं।
भैरव अर्याल | |
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जन्म | वि.सं. १९९३ |
मौत | वि. सं. २०३३ |
राष्ट्रीयता | नेपाली |
विधा | हास्यव्यंग्य निबन्ध |
जन्म
संपादित करेंउनका जन्म वि. सं. १९९३ साल नेपालके ललितपुर जिलामें बाहुन परिवारमें हुआ था। उनकी माताका नाम खेमकुमारी अर्याल और पिताके नाम होमनाथ अर्याल हैं।
कृति
संपादित करें- उपवन (कवितासंग्रह, वि. सं. २०१८)
- राष्ट्रिय आह्वान (लघुकाव्य, वि. सं. २०१८)
- काउकुती (हास्यव्यंग्य निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०१९)
- गलबन्दी (हास्यव्यंग्य निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०२६)
- जयभुँडी (हास्यव्यंग्य निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०२२)
- इतिश्री (हास्यव्यंग्य निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०२८)
- विरही राम (काव्य, वि. सं. २०२०)
- दश औतार (हास्यव्यंग्य निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०३३)
- नेपाली काव्यमा प्रकृति (समालोचना, वि. सं. २०३०)
- प्रवेशिका निबन्ध (निबन्धसंग्रह, वि. सं. २०२७)
- टेडो ऐना (निबन्ध र कथा, वि. सं. २०६३)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 जुलाई 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 जुलाई 2017.