मणिपुरी वैष्णव धर्म
मणिपुरी वैष्णव धर्म या मैते वैष्णव धर्म (मैतै मायेक लिपि में: ꯚꯩꯁꯅꯚ ꯂꯥꯏꯅꯤꯡ, रोमन में : Bheisnabh Lāinīng, शाब्दिक अर्थ : वैष्णव धर्म) मणिपुर में प्रचलित वैष्णव धर्म है जो गौड़ीय वैष्णव धर्म का परिवर्तित रूप है।[1] मणिपुरी वैष्णव धर्म के अनुयायी केवल कृष्ण की अराधना नहीं करते बल्कि राधा-कृष्ण की अराधना करते हैं। प्रत्येक गाँव में एक ठाकुर-घाट और एक मन्दिर होता है।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Singh 2004, पृ॰प॰ 125–132.
- ↑ Shanti Swarup (1968). 5000 Years of Arts and Crafts in India and Pakistan. New Delhi. पृ॰ 272.p.183