मदरबोर्ड
मदरबोर्ड अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक संयंत्रों जैसे लैपटॉप, कंप्यूटर आदि में लगा प्रिंटेड परिपथ बोर्ड बोर्ड होता है। इसे मेन बोर्ड या सिस्टम बोर्ड भी कहते हैं। कंप्यूटर के अलावा मदरबोर्ड का प्रयोग रोबोट और अन्य बहुत से इलेक्ट्रॉनिक युक्तियों में किया जाता है। यह संयंत्र के विभिन्न अवयवों को पकड़कर उनके स्थान पर रखता है, इसके साथ ही ये उन सभी का आपस में वांछित विद्युत संपर्क भी उपलब्ध कराता है। एक कंप्यूटर की रचना माइक्रोप्रोसेसर, मेन मेमोरी और मदरबोर्ड में लगे कंपोनेंट के द्वारा ही होती है। इसके साथ ही उसमें स्टोरेज, वीडियो डिस्प्ले और ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए कंट्रोलर्स और कुछ और युक्तियां कनेक्टर द्वारा मदरबोर्ड से जुड़ी होती है।
![]() ए.एस.यू.एस A8N VM CSM | |
जोड़ता है |
माइक्रोप्रोसेसर via one of:
मुख्य मेमोरी via one of:
बाहर से via one of:
विस्तार कार्ड via one of:
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फॉर्म फैक्टर |
एटीएक्स माइक्रो एटीएक्स एटी (पुराने मदर बोर्डों पर) बेबी एटी (पुराने मदर बोर्डों पर) अन्य |
सामान्य निर्माता |
ईसयूएस फॉक्सकॉन इंटेल एक्सएफएक्स गीगाबाइट टेक्नॉल्ज़ीज अन्य |
मदरबोर्ड का मुख्य भाग इसका चिपसेट होता है। चिप की सहायता से ही मदरबोर्ड की क्षमता और विशेषताओं के बारे में कल्पना की जाती है। मदरबोर्ड में मुख्यत: केन्द्रीय प्रोसेसिंग इकाई (सीपीयू), बायोस, स्मृति (मेमोरी स्टोरेज), सीरियल पोर्ट और की-बोर्ड और डिस्क ड्राइव के लिए कंट्रोलर होते हैं। उन मदरबोर्ड्स को वरीयता मिलती है, जिनमें कम से कम एक सॉकेट या स्लॉट हो जिसमें एक या अधिक माइक्रोप्रोसेसर स्थापित किए जा सकें। साथ ही उसमें क्लॉक जनरेटर, एक चिपसेट, विस्तार (एक्सपेंशन) कार्ड के लिए स्लॉट, विद्युत आपूर्ति (पावर) कनेक्टर्स होते हैं।
मदरबोर्ड के हिस्सेसंपादित करें
- प्रोसेसर सॉकेट
- पॉवर कनेक्टर
- मेमोरी स्लॉट
- विडियो कार्ड स्लॉट
- एक्सपेंशन स्लॉट
- CMOS बैटरी
- नार्थब्रिज और साउथब्रिज
- ईथरनेट पोर्ट
- कीबोर्ड पोर्ट
- माउस पोर्ट
इतिहाससंपादित करें
पहले कंप्यूटर में प्रत्येक भाग के लिए एक स्लॉट हुआ करता था और तारों द्वारा पार्ट एक दूसरे से जुड़े रहते थे। बाद में प्रिंटेड सर्किट बोर्ड के आने के बाद मेमोरी, सीपीयू और दूसरी पेरीफेरल डिवाइसेज इसमें लगाये जाने लगे। १९८० के दशक में मदरबोर्ड में एकीकृत परिपथ (इंट्रीग्रेटेड सर्किट) का प्रयोग किया जाता था, जो कम गति वाले पेरीफेरल, जैसे की-बोर्ड, माउस, फ्लॉपी डिस्क आदि को सपोर्ट करता था।
१९९० में मदरबोर्ड फुल रेंज के ऑडियो, वीडियो और नेटवर्क प्रकार्यों को सपोर्ट करने लगे और उसमें कोई भाग लगाने के लिए कार्ड भी नहीं लगाना पड़ता था। थ्री-डी गेमिंग और कंप्यूटर ग्राफिक्स के लिए अलग से कार्ड प्रयोग होता था। पहले इस क्षेत्र में माइक्रोनिक्स, एएमआई, डीटीके, माइलेक्स ऑर्किड टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियां थी, पर बाद में एप्पल इंका और आईबीएम जैसी कंपनियों ने इसका उत्पादन करना आरंभ किया।
कुछ मातृबोर्डों की छबियाँसंपादित करें
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