महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान
महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एमजीआईएमएस) भारत का पहला ग्रामीण मेडिकल कॉलेज है, जो महात्मा गांधी की कर्मभूमि में सेवाग्राम में स्थित है। इसका प्रबंधन कस्तूरबा हेल्थ सोसाइटी द्वारा किया जाता है। कॉलेज पहले नागपुर विश्वविद्यालय (1969-1997) से संबद्ध था और वर्ष 1998 से अब यह महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयूएचएस), नासिक से संबद्ध है।.[1]
ध्येय | सत्य- धर्मं - प्रेम |
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प्रकार | शिक्षा और अनुसंधान संस्थान |
स्थापित | 1969 |
अनुदान | भारत सरकार (50%), महाराष्ट्र सरकार (25%) |
अध्यक्ष | श्री धीरूभाई मेहता |
उपाध्यक्ष | श्री परमानंद तपदिया |
अधीक्षक | डॉ. एस.पी. कलंत्री |
डीन | डॉ नितिन गंगने |
स्नातक | 100 प्रति वर्ष (एमबीबीएस) |
स्थान | सेवाग्राम, महाराष्ट्र, भारत 20°44′22″N 78°39′39″E / 20.739369°N 78.660699°E |
संबद्धताएं | महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नासिक |
जालस्थल | www.mgims.ac.in |
स्थान
संपादित करेंसंस्थान वर्धा शहर से लगभग 8 किमी दूर एक छोटे से गांव सेवाग्राम में स्थित है। यह देश के अन्य हिस्सों से रेल और सड़क संपर्क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नागपुर में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा संस्थान से लगभग 70 किमी दूर है।
इतिहास
संपादित करेंएमजीआईएमएस की शुरुआत 1969, गांधी शताब्दी वर्ष में हुई थी। यह भारत का पहला ग्रामीण मेडिकल कॉलेज है। इसकी शुरुआत डॉ सुशीला नय्यर ने की थी। कस्तूरबा अस्पताल, 1944 में शुरू हुआ, राष्ट्रपिता द्वारा स्वयं शुरू किया गया एकमात्र अस्पताल है[2]
उल्लेखनीय पूर्व छात्र
संपादित करें- डॉ के.के. अग्रवाल, हृदय रोग विशेषज्ञ
- डॉ मनदीप आर मेहरा, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर
- डॉ रामदास रैंसिंग , न्यूरो-मनोचिकित्सक
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Archived copy". मूल से 29 December 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-11-22.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link) M.U.H.S. College Information
- ↑ http://www.mgims.ac.in/index.php Information from MGIMS's Official website