वर्धा
वर्धा (Wardha) भारत के महाराष्ट्र राज्य के वर्धा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। यह इन्द्र देवता की नगरी के रूप में विख्यात है और इसे इन्द्रपुरी भी कहते हैं।[1][2]
वर्धा Wardha | |
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निर्देशांक: 20°44′30″N 78°36′20″E / 20.74167°N 78.60556°Eनिर्देशांक: 20°44′30″N 78°36′20″E / 20.74167°N 78.60556°E | |
प्रांत और देश | वर्धा ज़िला महाराष्ट्र ![]() |
जनसंख्या | |
• कुल | 1,26,444 |
भाषा | |
• प्रचलित भाषाएँ | मराठी |
भूगोलसंपादित करें
हिंगणघाट तथा पुलगाँव में सूती वस्त्र की मिलें हैं। यह मराठी भाषाभाषी जिला है। वर्धा नगर नागपुर से 50 मील दूर दक्षिण-पश्चिम में स्थित यह नगर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आश्रम के कारण प्रसिद्ध है। यह नगर वर्धा जिले का मुख्यालय है। वर्धा नदी मध्य प्रदेश राज्य के मध्य सतपुड़ा पर्वतश्रेणी से नागपुर नगर से 70 मील उत्तर-पश्चिम से निकलती है। मुख्यत: दक्षिण-पूर्व दिशा में यह महाराष्ट्र राज्य से होकर महाराष्ट्र-आंध्र प्रदेश सीमा पर, चाँदा जिले (महाराष्ट्र राज्य) के सिवनी स्थान पर, वेनगंगा नदी से मिलती है। इन दोनों के संगम के बाद नदी का नाम प्राणहिता हो जाता है, जो गोदावरी नदी की सहायक नदी है। वर्धा नदी की मुख्य सहायक नदी पेनगंगा है। यह नदी एक कपास उत्पादक क्षेत्र के मध्य से बहती है। वर्धा नदी की कुल लंबाई 290 मील है।
वर्धा नगर स्थित प्रमुख संस्थाएँसंपादित करें
बाहरी कड़ियाँसंपादित करें
- वर्धा : महात्मा गांधी और विनोबा भावे की कर्मभूमि (यात्रा सलाह)
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ "RBS Visitors Guide India: Maharashtra Travel Guide Archived 2019-07-03 at the Wayback Machine," Ashutosh Goyal, Data and Expo India Pvt. Ltd., 2015, ISBN 9789380844831
- ↑ "Mystical, Magical Maharashtra Archived 2019-06-30 at the Wayback Machine," Milind Gunaji, Popular Prakashan, 2010, ISBN 9788179914458