मही बजाज सागर बाँध
माही बजाज सागर बाँध (Mahi Bajaj Sagar Dam) भारत के राजस्थान राज्य के बांसवाड़ा ज़िले में माही नदी पर स्थित एक बाँध है। यह बांसवाड़ा नगर से 16 किमी दूर है। इसका निर्माण 1972 और 1983 में जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन और जल प्रबन्धन के लिए हुआ था। यह राजस्थान का सबसे लम्बा और दूसरा सबसे बड़ा बाँध है। इसका नाम जमनालाल बजाज पर रखा गया था।[1][2]
माही बजाज सागर बाँध Mahi Bajaj Sagar Dam | |
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राष्ट्र | भारत |
स्थान | बांसवाड़ा ज़िला, राजस्थान |
निर्देशांक | 23°37′37.31″N 74°32′39.03″E / 23.6270306°N 74.5441750°Eनिर्देशांक: 23°37′37.31″N 74°32′39.03″E / 23.6270306°N 74.5441750°E |
उद्देश्य | विद्युत, सिंचाई, जल भण्डारण |
स्थिति | चलित |
निर्माण आरम्भ | 1972 |
आरम्भ तिथि | 1983 |
बाँध एवं उत्प्लव मार्ग | |
प्रकार | राजगीरी बाँध |
घेराव | माही नदी |
~ऊँचाई | 43 मी॰ (141 फीट) |
लम्बाई | 3,019 मी॰ (9,905 फीट) |
जलाशय | |
सक्रिय क्षमता | 2,070,000,000 मी3 (1,680,000 acre⋅ft) |
जलग्रह क्षेत्र | 6,149 कि॰मी2 (2,374 वर्ग मील) |
प्रचालन तिथि | 1986, 1989 |
टर्बाइन्स | 2 x 25 मेगावाट, 2 x 45 MW फ्रान्सिस |
स्थापित क्षमता | 140 MW |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Hydroelectric Power Plants in India - Madhya Pradesh & Rajasthan". IndustCards. अभिगमन तिथि 24 March 2014.
- ↑ "Water Resources Development Projects in the Mahi Basin". National Institute of Hydrology Roorkee. मूल से 11 February 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 March 2014.