मांगणियार और संबंधित लंगा राजस्थान के रेगिस्तान के मुस्लिम समुदाय हैं जो कि भारत के बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में तथा पाकिस्तान में सीमा से सटे सिंध प्रांत में पाए जाते हैं।[1] पाकिस्तान के सिंध प्रांत में थारपारकर और संघार जिलों में उनकी गणना ज्यादा है। वे अपने लोक संगीत के लिए जाने जाते हैं। वे वंशानुगत पेशेवर संगीतकारों का एक समूह हैं, जिनके संगीत को पीढ़ियों से राजपूतचारण जैसे जमींदार और अभिजात वर्ग द्वारा समर्थित किया गया है।[2][3][4][5][6][7]

मांगणियार, मांगणहार
वर्ल्ड सूफी स्पिरिट फेस्टिवल २०१६ के दौरान मांगणियार बच्चे अपने गुरु के साथ मेहरानगढ़ दुर्ग में प्रस्तुति देते हुए
कुल जनसंख्या
अज्ञात
विशेष निवासक्षेत्र
राजस्थान, भारत · सिंध, पाकिस्तान
भाषाएँ
मारवाड़ी · सिन्धी
धर्म
इस्लाम

मांगणियार खुद को राजपूतों का वंशज मानते हैं और थार रेगिस्तान के लोक संगीतकार के रूप में प्रसिद्ध हैं। उनके गीत पीढ़ी से पीढ़ी तक रेगिस्तान के मौखिक इतिहास के रूप में पारित किए जाते हैं। वे सिकंदर महान, स्थानीय महाराजाओं तथा पिछली लड़ाइयों के बारे में गीत गाते हैं। मंगणियार सदियों से कस्बों, विशेष रूप से राजपूत, चारण व जैसलमेर में धनी व्यापारियों के संरक्षण पर आश्रित हैं, जहां आज भी एक महत्वपूर्ण बसे समुदाय है।[8]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Preserving the Passion of India's Roots Music". दि न्यू यॉर्क टाइम्स. २२ अगस्त २०१२. मूल से 31 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 फ़रवरी 2020.
  2. Neuman, Daniel M.; Chaudhuri, Shubha; Kothari, Komal (2005). Bards, Ballads and Boundaries: An Ethnographic Atlas of Music Traditions in West Rajasthan (अंग्रेज़ी में). Seagull. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-905422-07-4.
  3. "Musafir, A Rajasthani Band; and Philly Meetup? | Sepia Mutiny" (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-06-04.
  4. "Musafir". LA Phil (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-06-04.
  5. "The sound of the sand dunes". द हिन्दू. ३ मार्च २०१७.
  6. "मिरासी तथा मांगणियार जाति को राज्य सूची में शामिल करने की मांग". दैनिक भास्कर. ३ अगस्त २०१८.
  7. "हाशिये की कला". जनसत्ता. १३ अप्रैल २०१६.
  8. "Langa-Manganiyar artistes eye world record". द टाइम्स ऑफ इंडिया. १७ जनवरी २०२०.