मायनाक भंडारी (मूल नाम : मायाजी भटकर) छत्रपति शिवाजी के अधीन मराठा नौसेना के पहले प्रमुख और एडमिरल (सूबेदार) थे। उन्होंने मराठा नौसेना की निर्माण और उभरते मराठा साम्राज्य के समुद्र तट की सुरक्षा दोनों में मदद की। उनके नेतृत्व में, मराठा नौसेना ने ब्रिटिश और डच संयुक्त सैनिकों के खिलाफ अलीबाग के पास खान्देरी दुर्ग में लड़ाई जीती। दरिया सारंग और दौलत खान, शिवाजी की नौसेना के अन्य एडमिरल थे। माननाक भंडारी ने २०० जहाजों की नौसेना की कमान संभाली। मायनाक भंडारी और दरिया सारंग की उनकी आधिकारिक उपाधियाँ ( भंडारी तथा सारंग) क्रमशः जल नेता और समुद्री कप्तान हैं। मराठा नौसेना भारत की वर्तमान भारतीय नौसेना की अग्रदूत थी। रत्नागिरी शहर के निकट भाट्ये गांव में मायनाक भंडारी का एक स्मारक बनाया गया है।

मायाजी भाटकर की समाधि, भाट्ये गांव, रत्नागिरी
मायाजी भाटकर की समाधि (भाट्ये गांव, रत्नागिरि के पास)

इन्हें भी देखें

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  • "Khanderi-Underi Fort,Forts Maharashtra". Forts of Maharashtra (अंग्रेज़ी में). 2019-02-21. अभिगमन तिथि 2019-10-23.