मार्गशीर्ष
भारतीय काल गणना (हिन्दू पंचांग) के अनुसार वर्ष का नौवा माह
चैत्र | वैशाख | ज्येष्ठ | आषाढ़ | श्रावण | भाद्रपद | आश्विन | कार्तिक | अग्रहायण | पौष | माघ | फाल्गुन |
हिन्दू वर्ष का नवा महीना अगहन अथवा अग्रहायण के नाम से जाना जाता है। इसका प्रचलित नाम मार्गशीर्ष एवं मगसर हैं।[1] मार्गशीर्ष की पूर्णिमा को ही 'दत्तात्रेय जयन्ती' मनायी जानी चाहिए।[2]
महत्वपूर्ण दिवस
संपादित करें- अगहन शुक्ल पंचमी - राम विवाहोत्सव, बाँके बिहारी प्राकट्योत्सव , विहार पंचमी
- अगहन शुक्ल एकादशी - मोक्षदा एकादशी
- अगहन शुक्ल पूर्णिमा - अन्नपूर्णा जयन्ती , दत्तात्रेय जयन्ती
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ धर्म डेस्क (2 दिसम्बर 2012). "रोचक बातें: जानिए अगहन मास को मार्गशीर्ष भी क्यों कहते हैं". उज्जैन: दैनिक भास्कर. मूल से 4 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्टूबर 2013.
- ↑ कृत्यकल्पतरु का नैत्य कालिक काण्ड, 432-33; कृत्यरत्नाकर, 471-72