श्रावण
चातुर्मास में से एक, भगवान शिव का पावन महीना, मेरे जन्म का महीना।
चैत्र | वैशाख | ज्येष्ठ | आषाढ़ | श्रावण | भाद्रपद | आश्विन | कार्तिक | अग्रहायण | पौष | माघ | फाल्गुन |
श्रावण हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह से प्रारंभ होने वाले वर्ष का पाँचवा मास है। भारत में इस माह में वर्षा ऋतु होती है और प्रायः बहुत अधिक गर्मी होती है।
श्रावण मास शिवजी को विशेष प्रिय है । भोलेनाथ ने स्वयं कहा है—
- द्वादशस्वपि मासेषु श्रावणो मेऽतिवल्लभः ।
- श्रवणार्हं यन्माहात्म्यं तेनासौ श्रवणो मत: ॥
- श्रवणर्क्षं पौर्णमास्यां ततोऽपि श्रावण: स्मृतः।
- यस्य श्रवणमात्रेण सिद्धिद: श्रावणोऽप्यतः ॥[1]
अर्थात मासों में श्रावण मुझे अत्यंत प्रिय है। इसका माहात्म्य सुनने योग्य है अतः इसे श्रावण कहा जाता है। इस मास में श्रवण नक्षत्र युक्त पूर्णिमा होती है इस कारण भी इसे श्रावण कहा जाता है। इसके माहात्म्य के श्रवण मात्र से यह सिद्धि प्रदान करने वाला है, इसलिए भी यह श्रावण संज्ञा वाला है।
पर्व और त्यौहार संपादित करें
- शुक्ल पंचमी: नाग पंचमी
- शुक्ल एकादशी : पुत्रदा एकादशी
- पूर्णिमा: रक्षाबन्धन
- कृष्ण एकादशी: अजा एकादशी
- कृष्ण अष्टमी: जन्माष्टमी
इन्हें भी देखें संपादित करें
बाहरी कड़ियां संपादित करें
- सावन माह Archived 2023-07-16 at the Wayback Machine
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ "श्रावण मास". मूल से 14 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2020.