मालवा (पंजाब)
पश्छिमी-मध्य भारत मे प्रक्रुतिक् क्षेत्र ज्वालमुखी मूल के एक पठार पर कब्जा कर रह है
पंजाब में मालवा, सतलुज के दक्षिण वाले क्षेत्र को कहते हैं। इसके अन्तर्गत हरियाणा के कुछ भाग भी सम्मिलित हैं। इसके दक्षिण-पश्चिम में राजस्थान का मरुस्थल है।
मालवा का वातावरण शुष्क, मिट्टी रेतीली है। इस क्षेत्र में पानी की कमी है किन्तु नहरों का जाल बिछा हुआ है। मध्यकाल में यह क्षेत्र मुख्य रूप से राजपूतों के प्रभाव वाला क्षेत्र था। आज भी मालवा क्षेत्र के बहुत से गोत्र राजपूतों के गोत्र से मिलते-जुलते हैं।
मालवा क्षेत्र के लोग पंजाबी की उपबोली 'मलवई' बोलते हैं। तथा दक्षिण पश्चिम में बागड़ी बोली जाती है।
क्षेत्र
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करेंइन्हें भी देखें
संपादित करें- मालवा (मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग तथा राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी भाग से गठित प्राचीन प्रदेश)