पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन
(मुगलसराय रेलवे मंडल से अनुप्रेषित)
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन वाराणसी से लगभग ४ मील की दूरी पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर में स्थित है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन का निर्माण १८६२ में उस समय हुआ था, जब ईस्ट इंडिया कंपनी हावड़ा और दिल्ली को रेल मार्ग से जोड़ रही थी।[1] यह पूर्वमध्य रेलवे, जिसका मुख्यालय हाजीपुर है, के सबसे व्यस्त एवं प्रमुख स्टेशनों में से गिना जाता है भारत रेलवे की बड़ी लाइन के लिये यह एक विशाल रेलवे स्टेशन है। पूर्व मध्य रेलवे बनने से पहले दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन, पूर्व रेलवे का हिस्सा था। एशिया के सबसे बड़े रेलवे मार्शलिंग यार्ड और भारतीय रेलवे का 'क्लास-ए' जंक्शन, दीन दयाल में है। धर्मेंद्र विश्वकर्मा डिलिया
पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन | |
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रेलवे स्टेशन | |
सामान्य जानकारी | |
स्थान | दीन दयाल नगर - 232101, उत्तर प्रदेश भारत |
निर्देशांक | 25°16′36″N 83°07′02″E / 25.2767°N 83.1173°Eनिर्देशांक: 25°16′36″N 83°07′02″E / 25.2767°N 83.1173°E |
उन्नति | 84 मीटर (276 फीट) |
स्वामित्व | भारतीय रेल |
संचालक | मध्य पूर्व रेलवे |
लाइन(एँ)/रेखा(एँ) | हावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन हावड़ा-गया-दिल्ली लाइन हावड़ा-इलाहबाद-मुंबई लाइन गया-मुग़लसराय सेक्शन मुग़लसराय-कानपुर सेक्शन ग्रैंड कॉर्ड पटना-मुग़लसराय सेक्शन दीनदयाल-वाराणसी-लखनऊ सेक्शन</ref> |
प्लेटफॉर्म | 8 |
ट्रैक | 23 |
निर्माण | |
संरचना प्रकार | भूतल पर |
पार्किंग | yes |
साइकिल सुविधाएँ | yes |
अन्य जानकारी | |
स्थिति | कार्यात्मक |
स्टेशन कोड | डीडीयू |
ज़ोन | ईसीआर जोन |
मण्डल | दीनदयाल |
इतिहास | |
प्रारंभ | 1862 |
विद्युतित | 1961-63 |
पूर्व नाम | मुगलसराय जंक्शन |
यात्री | |
Passengers | प्रति दिन 3 लाख यात्री |
सन्दर्भ
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का गलत प्रयोग;जनसत्ता
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।