हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन
पश्चिम बंगाल, भारत स्तिथ रेलवे स्टेशन
हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन हावड़ा एवं कोलकाता शहर का रेलवे स्टेशन है। यह हुगली नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। इसके २३ प्लेटफार्म इसे भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में एक बनाते हैं। १८५३ में भारत में पहली रेल गाड़ी मुम्बई से एवं १८५४ दूसरी हावड़ा से चली।
हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन भारतीय रेल का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन | |
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स्टेशन आंकड़े | |
पता | हावड़ा, पश्चिम बंगाल, भारत |
निर्देशांक | 22°34′58″N 88°20′34″E / 22.5828709°N 88.3428112°Eनिर्देशांक: 22°34′58″N 88°20′34″E / 22.5828709°N 88.3428112°E |
लाइनें | हावड़ा-दिल्ली, हावड़ा-मुंबई, हावड़ा-चेन्नई एवं हावड़ा-गुवाहाटी |
अन्य | टैक्सी स्टैण्ड |
संरचना प्रकार | मानक |
प्लेटफार्म | 23 |
पटरियां | 25 |
वाहन-स्थल | उपलब्ध |
सामान जांच | उपलब्ध नहीं |
अन्य जानकारियां | |
आरंभ | 1854 |
विद्युतीकृत | 1954[1] |
स्टेशन कूट | HWH |
स्वामित्व | भारतीय रेल |
किराया ज़ोन | पूर्व रेलवे (भारत), दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे |
पहले | ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी |
सुप्रसिद्ध क्रान्तिकारी योगेश चन्द्र चटर्जी काकोरी काण्ड से पूर्व ही हावड़ा रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिये गये थे। नजरबन्दी की हालत में ही इन्हें काकोरी काण्ड के मुकदमे में शामिल किया गया था और आजीवन कारावास की सजा दी गयी थी।