मुरग़ाब नदी (फ़ारसी/पश्तो: مرغاب‎, अंग्रेज़ी: Murghab, रूसी: Мургаб) मध्य एशिया में एक ८५० किमी लम्बी नदी है। यह मध्य अफ़्ग़ानिस्तान में सफ़ेद कोह पर्वत-शृंखला में उत्पन्न होकर पश्चिमोत्तर दिशा में चलती है। यहाँ यह अफ़्ग़ानिस्तान के बादग़ीस प्रान्त के मुरग़ाब ज़िले से गुज़रती है जिसका नाम इसी नदी पर पड़ा है। वहाँ से यह तुर्कमेनिस्तान के काराकुम रेगिस्तान में जा पहुँचती है जहाँ मरी शहर के नख़लिस्तान (ओएसिस) में यह काराकुम नहर से जा मिलती है।[1] कुल मिलकर मुरग़ाब नदी के जलसम्भर का क्षेत्रफल ४६,८८० वर्ग किमी है।[2]

मुरग़ाब नदी पर सन् १९०९ में रूसी साम्राज्य द्वारा बनाया गया हिन्दू कुश जल-विद्युत् स्टेशन (Гиндукушская ГЭС)

उच्चारण संपादित करें

'मुरग़ाब' में 'ग़' अक्षर के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'ग' से ज़रा भिन्न है। इसका उच्चारण 'ग़लती' और 'ग़रीब' शब्दों के 'ग़' से मिलता है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Dictionary of Islamic Architecture, Andrew Petersen, Psychology Press, 1999, ISBN 978-0-415-21332-5, ... The city is located in the Merv oasis fed by the Murghab river ...
  2. "Surface water resources in North Afghanistan". मूल से 10 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 मार्च 2012.